अधपका भोजन परोसने से क्षुब्ध खिलाड़ियों ने किया चक्का जाम
जगदलपुर आए खिलाड़ियों ने उन्हें अधपका भोजन परोसे जाने से आक्रोशित होकर भोजन का बहिष्कार करते हुए चक्काजाम कर दिया। इस दौरान घंटों हंगामा होता रहा। दीगर व्यवस्थाएं भी ठीक नहीं थीं, लिहाजा खिलाड़ियों का आक्रोश फूट पड़ा था। भाजपा नेताओं और थानेदार की समझाईश के बाद किसी तरह मामला शांत हुआ।
जगदलपुर के लालबाग मैदान पर दो दिवसीय छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का आयोजन किया गया है। इसकी शुरुआत 7 दिसंबर को हुई। इसमें भाग लेने के लिए विभिन्न जिलों से खिलाड़ियों के जगदलपुर पहुंचने का सिलसिला मंगलवार शाम से ही शुरू हो गया था। खिलाड़ियों के भोजन और विश्राम की व्यवस्था जिला प्रशासन के विभिन्न विभागों द्वारा की गई थी, जो माकूल साबित नहीं हुई। देर शाम बाहर से आए खिलाड़ियों को जो भोजन परोसा गया, वह अधपका था। चावल को पूरी तरह पकाए बगैर खिलाड़ियों को परोस दिया गया। वहीं दाल इतनी पतली थी, कि उसमें सिर्फ पानी ही था। सब्जी भी पूरी तरह से स्वादहीन व अधपकी बनी थी। अधपका चावल खिलाड़ियों से न चबाते बन रहा था, ना ही निगलते। दाल और सब्जी को तो मुंह तक ले जाना भी भारी पड़ रहा था। सुबह से ही अपने गांवों से हल्का फुल्का नाश्ता करके जगदलपुर के लिए रवाना हुए खिलाड़ी यहां पहुंचते तक भूख प्यास और थकान से बेहाल हो चले थे। थकेहारे पहुंचे खिलाड़ियों का पारा घटिया भोजन को देख सातवें आसमान पर पहुंच गया। आक्रोशित खिलाड़ियों ने हंगामा मचाना आरंभ कर दिया। खिलाड़ियों ने अधपके भोजन को फेंककर भोजन व्यवस्था का बहिष्कार कर दिया। देखते ही देखते अधिकतर खिलाड़ी भूखे पेट ही सड़क पर उतर आए। सारे खिलाड़ी हाई स्कूल मार्ग को चारों ओर से घेरकर मार्ग पर बैठ गए। नारेबाजी करते हुए खिलाड़ी सड़क पर काफी देर तक बैठे रहे। जानकारी मिलने पर पूर्व भाजपा विधायक संतोष बाफना, भाजयुमो जिला अध्यक्ष अविनाश श्रीवास्तव, अमरनाथ, अन्य भाजपा व भाजयुमो नेता एवं सिटी कोतवाली थाना प्रभारी एमन साहू दल – बल के साथ मौके पर पहुंच गए। उन्होंने समझाईश देकर खिलाड़ियों को शांत कराया। महिला खिलाड़ी भी भोजन और रुकने की व्यवस्था को लेकर बेहद नाराज नजर आ रहीं थीं। वे भी प्रशासनिक व्यवस्था पर जमकर भड़ास निकाल रही थीं। पूर्व विधायक संतोष बाफना ने कहा कि खिलाड़ियों के साथ ऐसे बर्ताव को किसी भी सूरत में बर्दास्त नहीं किया जाएगा। इससे पहले शाम को खिलाड़ियों के लिए चाय नाश्ते का भी इंतजाम नहीं किया गया था। खिलाड़ियों खुद के पैसे से बाहर जाकर चाय नाश्ता किया। हंगामा और चक्काजाम घंटे भर से ज्यादा समय तक चला।
श्री श्रीवास्तव ने चावल, दाल, सब्जी को चखकर देखा तो पाया कि चावल पूरी तरह से पक नहीं पाया था, दाल एकदम पतली थी और सब्जी बेस्वाद व अधपकी थी। जब श्री बाफना ने भोजन व्यवस्था सम्हाल रहे लोगों से पूछताछ की, तो बताया गया कि खाना ऐसा ही बन पाया है। नाराज खिलाड़ियों को शांत कराने के बाद पूर्व विधायक संतोष बाफना, भाजयुमो के जिला अध्यक्ष अविनाश श्रीवास्तव, भाजपा नेता अमरनाथ तथा अन्य भाजपा नेताओं ने भूख प्यास से बेहाल हो चले खिलाड़ियों को देर रात एक होटल में लेजाकर भोजन कराया। भाजपा नेताओं ने खिलाड़ियों को आश्वस्त किया कि हर दिक्कत में हम सभी आप लोगों के साथ खड़े रहेंगे। भोजन की व्यवस्था करने तथा सहयोग देने के लिए खिलाड़ियों ने संतोष बाफना, अविनाश श्रीवास्तव, अन्य भाजपा व भाजयुमो नेताओं तथा टीआई एमन साहू के प्रति आभार व्यक्त किया।
बस्तर के संभाग आयुक्त श्याम धावड़े ने मंगलवार को ही छत्तीसगढ़िया ओलंपिक आयोजन की तैयारियों का जायजा लिया था। इस दौरान श्री धावड़े ने सभी विभागों के प्रमुख अधिकारियों को व्यवस्था से संबंधित सख्त हिदायतें दी थी। उन्होंने साफ तौर पर कहा था कि खिलाड़ियों के भोजन, आवास, स्वास्थ्य, सुरक्षा आदि की पुख्ता व्यवस्था की जाए। आयोजन स्थल से कमिशनर को लौटे चंद घंटे ही बीते थे, कि भोजन संबंधी खामी सामने आ गई। अधिकारियों ने संभाग आयुक्त के निर्देश की जरा भी परवाह नहीं की। खिलाड़ियों को उनके हाल पर छोड़ दिया गया। हालांकि जिला खेल अधिकारी राजेंद्र डेकाटे भी रात में ही चक्काजाम कर रहे खिलाड़ियों के पास पहुंच गए थे। उन्होंने भी खिलाड़ियों को शांत कराने में अहम भूमिका निभाई।
चार जिलों से आए खिलाड़ियों के लिए भोजन व्यवस्था करने की जवाबदेही उन्हीं जिलों के लोगों को सौंपी गई थी, लेकिन एक वेंडर ने भोजन की व्यवस्था एकसाथ करने की जिम्मेदारी उठा ली। इस वजह से भोजन ढंग से नहीं बन पाया। भोजन में बदइंतजामी के लिए जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई की जाएगी।
-राजेंद्र डेकाटे
जिला खेल अधिकारी, बस्तर