छिंदवाड़ा जिले में प्रदेश सरकार की महत्वकांक्षी लाड़ली बहना योजना की हितग्राहियों की संख्या घटकर 4लाख रह गई है। प्रदेश सरकार ने पिछले माह जिले में 4लाख 7 हजार महिला हितग्राहियों को 1250 देकर लाभान्वित किया था, लेकिन जनवरी में अब तक सिर्फ 4लाख महिला हितग्राहियों को ही राशि मिल पाई है। इस माह 7 हजार महिला हितग्राही योजना से वंचित रह गई हैं, पहले की अपेक्षा इस माह जिले में लाडली बहना योजना का लाभ 4 लाख हितग्राहियों को ही मिल पाया है।
महिला बाल विकास विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक दिसंबर माह में 5 हजार 660 महिलाओं की उम्र 60 वर्ष होने की वजह से उनको योजना का लाभ नहीं मिल पाया है। वहीं इस योजना में 369 महिलाओं में लाभ छोड़ने वाले विकल्प को चुना है। इसी वजह से इन महिलाओं का हितग्राही मूलक योजना की सूची से हट गया है। वहीं डीबीटी संबंधी गड़बड़ी की वजह से लगभग 1000 हितग्राहियों योजना के लाभ से वंचित हैं।
जो एक या एक से अधिक योजनाओं का लाभ ले रही हैं। उन्हें इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा। इसके बाद भी जिन महिलाओं ने इस योजना में आवेदन किया है उनके खाते में राशि नहीं पहुंची है। दरअसल बैंक में एक ऑप्शन इनेबल करना होता है। डारेक्ट आधार से पेमेंट होती है। इसलिए आधार को लिंक करना होता है। कई योजनाओं का लाभ लेने वाली लाड़ली अपने खाते को बदल के डीबीटी बदल देते हैं। इसलिए इनके खाते में पैसा नहीं आता।
60 वर्ष की महिलाओं को नहीं मिलेगा लाभ
लाड़ली बहना योजना का लाभ लेने की अधिकतम उम्र 60 साल या इससे कम है। जो महिलाएं योजना में शामिल होने के बाद 60 साल की उम्र पार कर गई है। ऐसी 5 हजार 660 महिलाएं इस योजना का लाभ नहीं ले पाएंगी। दरअसल यह योजना स्वयं की या सचिव की लागिन है। जैसे ही गूगल में इस योजना को लागिन करते हैं। इसमें एक लाभ परित्याग का ऑप्शन आता है। जैसे ही आप इस पर क्लिक करते हैं, ओटीपी आता है। जैसे ही इस ओपीटी से लागिन किया आप सीधे योजना से बाहर। यह गलती स्वयं या सचिव से हुई होगी। इससे 369 हितग्राही इस योजना से बाहर हो गए।