पुलिस ने बताया कि शनिवार को छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में हुई मुठभेड़ में आठ नक्सली और एक सुरक्षाकर्मी मारे गए।
उन्होंने बताया कि इस घटना में दो अन्य सुरक्षाकर्मी घायल हो गए। रायपुर में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि आज सुबह अबूझमाड़ के जंगल में मुठभेड़ हुई, जब चार जिलों – नारायणपुर, कांकेर, दंतेवाड़ा और कोंडागांव के सुरक्षाकर्मियों की एक संयुक्त टीम नक्सल विरोधी अभियान पर निकली थी।
उन्होंने बताया कि मुठभेड़ अभी भी जारी है। उन्होंने बताया, “अब तक मुठभेड़ में आठ नक्सली मारे गए हैं। मुठभेड़ में एक जवान शहीद हो गया और दो अन्य घायल हो गए।”
उन्होंने बताया कि चार जिलों के जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) कर्मियों, विशेष कार्य बल (एसटीएफ) और 53वीं बटालियन भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के जवानों के साथ 12 जून को अभियान शुरू किया गया था।
नक्सल विरोधी अभियान 12 जून को शुरू किया गया था और इसमें चार जिलों के जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी), विशेष कार्य बल (एसटीएफ) और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) की 53वीं बटालियन के जवान शामिल हैं।
यह एक महीने में दूसरा ऐसा अभियान है, पहला 7 जून को चलाया गया था जिसमें करीब पांच नक्सली मारे गए थे।
पिछले सप्ताह केंद्रीय गृह मंत्रालय का कार्यभार संभालने के बाद अमित शाह ने एनडीए के तीसरे कार्यकाल के दौरान नक्सली या माओवादी उग्रवाद से निपटने का संकल्प लिया। उन्होंने कहा कि अपने तीसरे कार्यकाल में मोदी सरकार “भारत की सुरक्षा के लिए अपने प्रयासों को अगले स्तर तक ले जाएगी और भारत को आतंकवाद, उग्रवाद और नक्सलवाद के खिलाफ एक मजबूत गढ़ के रूप में स्थापित करेगी।”