रुपये में शानदार सुधार, 61 पैसे चढ़कर 86.84 के स्तर पर पहुंचा

रुपये में मजबूती: 61 पैसे चढ़कर 86.84 पर पहुंचा, ट्रेड वॉर के असर से बाजार में उतार-चढ़ाव मंगलवार को शुरुआती कारोबार में रुपया 61 पैसे मजबूत होकर 86.84 प्रति डॉलर पर पहुंच गया। इससे पहले सोमवार को यह 88 के करीब पहुंच गया था, लेकिन भारी उतार-चढ़ाव के बीच रुपये को मजबूती मिली। ट्रेड वॉर को लेकर बढ़ती चिंताओं के कारण वैश्विक मुद्रा बाजार में अस्थिरता बनी हुई है, जिससे रुपये पर भी दबाव देखने को मिला।
ट्रेड वॉर और रुपये पर असर
विदेशी मुद्रा कारोबारियों के मुताबिक, रुपये में हालिया गिरावट की मुख्य वजह व्यापारिक टकराव और नए संरक्षणवादी उपायों की आशंका है। इससे वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला प्रभावित हो रही है और आर्थिक अनिश्चितता गहरा रही है। इंटरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में मंगलवार को रुपया 87.45 पर खुला और फिर बढ़त बनाते हुए 86.84 के स्तर पर पहुंच गया, जो पिछले बंद स्तर से 61 पैसे ज्यादा है। सोमवार को रुपये में 45 पैसे की गिरावट आई थी और यह 88 प्रति डॉलर के करीब पहुंच गया था। हालांकि, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के हस्तक्षेप के बाद रुपये को कुछ राहत मिली और यह 87.45 पर बंद हुआ, जो पिछले दिन से 5 पैसे ऊपर था।
RBI का दखल और बाजार पर असर
CR Forex Advisors के एमडी अमित पबारी ने बताया, “जैसे ही USD/INR 88 के करीब पहुंचा, RBI ने अपने 630 अरब डॉलर के विदेशी मुद्रा भंडार और 10 महीने की इंपोर्ट कवर का उपयोग करते हुए 2-3 अरब डॉलर की बिक्री की। इससे रुपये में स्थिरता आई और बाजार को भरोसा मिला।” उन्होंने आगे कहा कि निकट भविष्य में रुपया 87.95-88.20 के दायरे में रह सकता है, जबकि 87.20-87.40 का स्तर मजबूत समर्थन देगा। “अगर रुपया 87.00 के नीचे बंद होता है, तो यह ट्रेंड रिवर्सल का पहला संकेत होगा,” उन्होंने जोड़ा।
डॉलर और कच्चे तेल की कीमतों में हलचल
इस बीच, अमेरिकी डॉलर इंडेक्स 108.40 के स्तर पर पहुंच गया है, जो 25% टैरिफ बढ़ाए जाने के बाद ट्रेड वॉर के बढ़ते तनाव का संकेत देता है। डॉलर इंडेक्स, जो छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले ग्रीनबैक की मजबूती को दर्शाता है, 0.11% की बढ़त के साथ 108.44 पर कारोबार कर रहा था। वैश्विक तेल बाजार में भी हलचल जारी है। ब्रेंट क्रूड वायदा 0.25% की बढ़त के साथ 76.06 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
शेयर बाजार में गिरावट
घरेलू शेयर बाजार में भी कमजोरी देखने को मिली। BSE सेंसेक्स 199.89 अंकों (0.26%) की गिरावट के साथ 77,111.91 पर ट्रेड कर रहा था, जबकि निफ्टी 73.10 अंक (0.31%) फिसलकर 23,308.50 पर आ गया। सोमवार को विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने शुद्ध रूप से 2,463.72 करोड़ रुपये के शेयरों की बिकवाली की, जिससे बाजार पर दबाव बढ़ा।
(नजर बनाए रखें, आगे भी अपडेट जारी रहेगा…)