Madhya Pradesh

भोपाल में सांप्रदायिक रंग ले रहा वायरल मैसेज, भाजपा विधायक ने जताई नाराज़गी

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भोपाल (रमजान 2025): सोशल मीडिया पर नफरत फैलाने वाले मैसेज, नेता आमने-सामने

रमजान का पवित्र महीना शुरू हो चुका है, और इसी बीच सोशल मीडिया पर कुछ ऐसे मैसेज वायरल हो रहे हैं जो समाज में भेदभाव और नफरत फैलाने का काम कर रहे हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर एक तनवीर नाम की आईडी से पोस्ट किया गया, “भारत के सभी मुस्लिम भाई-बहनों को रमजान मुबारक। एक गुजारिश है कि इफ्तार का सामान सिर्फ मुस्लिम दुकानों से ही खरीदें। गलती से भी किसी हिंदू की दुकान या ठेले से कुछ न लें, क्योंकि ये लोग नफरत में कुछ भी खिला सकते हैं।” इसी तरह, इबरार अहमद नाम की आईडी से भी एक और पोस्ट सामने आया, जिसमें लिखा गया, “हम सबके लिए खुशकिस्मती है कि रमजान का पाक महीना आ गया है। रमजान और ईद की खरीदारी सोच-समझकर करें। खासतौर पर उन दुकानदारों से खरीदें, जिनकी रोजी-रोटी इसी पर टिकी है।” इसके अलावा, कुछ और मैसेज भी वायरल हो रहे हैं, जो सांप्रदायिक भेदभाव को बढ़ावा देने वाले हैं।

भाजपा-कांग्रेस में छिड़ी बहस

इन मैसेजों के सामने आते ही राजनीतिक बयानबाजी भी तेज हो गई। हुजूर विधानसभा से भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “देश बाबा साहेब आंबेडकर के बनाए संविधान से चलता है। हिंदुओं को चुनौती मत दो। अगर हिंदुओं ने भी बहिष्कार शुरू कर दिया, तो मुश्किल हो जाएगी। हिंदू सबको जीने का अधिकार देता है, लेकिन शेर को उकसाओगे तो वह बदला लेना भी जानता है।” वहीं, कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद (मध्य विधानसभा) ने इन पोस्ट्स को खारिज करते हुए कहा, “ऐसे नफरत फैलाने वाले संदेश व्यक्तिगत विचार हो सकते हैं। किसी बड़े उलेमा या संगठन ने ऐसा कोई फैसला नहीं लिया है। ये पोस्ट पूरी तरह गलत हैं, और ऐसा करने वाले सिर्फ समाज में जहर घोलना चाहते हैं।”

सोशल मीडिया पर बढ़ती नफरत पर सवाल

रमजान जैसे पवित्र महीने में इस तरह के भड़काऊ मैसेज समाज में गलत संदेश देते हैं। सवाल यह उठता है कि आखिर सोशल मीडिया पर इस तरह की नफरत को कब और कैसे रोका जाएगा?

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