जाफर एक्सप्रेस पर हमला: ड्राइवर ने बताया कैसे शुरू हुआ 30 घंटे का खौफनाक मंजर

बलूचिस्तान में ट्रेन हाईजैक: जाफर एक्सप्रेस के ड्राइवर ने सुनाई खौफनाक दास्तान, सेना की बहादुरी को सलाम
बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) के आतंकियों द्वारा हाईजैक की गई जाफर एक्सप्रेस के ड्राइवर ने उस भयानक पल को याद किया, जब हमलावरों ने ट्रेन पर हमला किया था। इस दौरान बचे हुए यात्रियों ने भी सेना की बहादुरी की तारीफ की, जिन्होंने उन्हें सुरक्षित बचाया।
कैसे हुआ हमला?
मंगलवार को क्वेटा से पेशावर जा रही जाफर एक्सप्रेस पर आतंकियों ने हमला कर दिया। ट्रेन में 440 यात्री सवार थे, जिनमें से 21 आम नागरिक और 4 सैनिकों की जान चली गई। हमले के बाद, ट्रेन चालक अमजद ने बताया कि आतंकियों ने सबसे पहले ट्रेन के इंजन के नीचे विस्फोट किया, जिससे बोगियां पटरी से उतर गईं। “जैसे ही ट्रेन रुकी, BLA के आतंकियों ने हम पर हमला बोल दिया,” अमजद ने बताया।
बचे हुए यात्रियों ने क्या बताया?
एक यात्री ने कहा, “हमले के बाद आतंकियों ने हमें बंदूक की नोक पर बंधक बना लिया। लेकिन सेना के जवानों ने अपनी जान जोखिम में डालकर हमें बचाया। उनकी बहादुरी से हमें भी हिम्मत मिली।”
30 घंटे तक चला ऑपरेशन, सभी 33 आतंकी ढेर
हमला मंगलवार को हुआ, जब अलगाववादी आतंकियों ने रेलवे ट्रैक को विस्फोट से उड़ा दिया और ट्रेन पर रॉकेट से हमला किया।
इसके बाद, बुधवार को सेना ने हाईजैक की गई ट्रेन को घेर लिया और 30 घंटे के लंबे ऑपरेशन के बाद सभी 33 आतंकियों को मार गिराया। इस दौरान 300 से ज्यादा यात्रियों को सुरक्षित बचा लिया गया।
सेना ने दिखाई वीरता, आम नागरिकों को नुकसान नहीं
पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने बताया कि इस हमले में 21 लोग मारे गए, लेकिन अंतिम रेस्क्यू ऑपरेशन में किसी भी नागरिक को कोई नुकसान नहीं हुआ। ISPR के अनुसार, यह हमला एक दुर्गम इलाके में किया गया था, लेकिन सेना, एयरफोर्स और फ्रंटियर कोर (FC) ने तुरंत बचाव अभियान शुरू कर दिया।
पहली बार हुआ ट्रेन हाईजैक
यह पहली बार है जब BLA या किसी अन्य अलगाववादी समूह ने बलूचिस्तान में किसी यात्री ट्रेन को हाईजैक किया है। हालांकि, पिछले एक साल में इस संगठन ने सुरक्षा बलों, सरकारी इमारतों और विदेशी नागरिकों पर हमले बढ़ा दिए हैं। यह घटना बलूचिस्तान में बढ़ती अस्थिरता और आतंकवादी हमलों की एक और बड़ी मिसाल बन गई है।