महाराष्ट्र के राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन होंगे NDA के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार

उपराष्ट्रपति चुनाव: एनडीए के उम्मीदवार से पीएम मोदी का खास परिचय!
एनडीए की एकजुटता का प्रदर्शन: सांसदों से होंगे रूबरू-दिल्ली में मंगलवार का दिन काफी अहम होने वाला है, क्योंकि इस दिन महाराष्ट्र के राज्यपाल, श्री सी.पी. राधाकृष्णन, को एनडीए के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के तौर पर सभी सांसदों के सामने पेश किया जाएगा। यह कोई साधारण मीटिंग नहीं है, बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद अपने हाथों से श्री राधाकृष्णन का परिचय सांसदों से करवाएंगे। संसदीय कार्य मंत्री श्री किरेन रिजिजू ने सोमवार को ही सभी एनडीए दलों के नेताओं को इस बारे में सूचित कर दिया है। इस मुलाकात का मुख्य उद्देश्य एनडीए के सभी सांसदों के बीच उम्मीदवार के प्रति एकजुटता दिखाना और यह संदेश देना है कि सभी मिलकर उनका समर्थन करेंगे, ताकि चुनाव में जीत सुनिश्चित हो सके।
मुंबई से दिल्ली, फिर सीधे पीएम से मुलाकात: आभार और भरोसा-सोमवार की दोपहर को श्री सी.पी. राधाकृष्णन मुंबई से दिल्ली के लिए रवाना हुए और पहुंचते ही उन्होंने सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान, श्री राधाकृष्णन ने अपनी उम्मीदवारी के लिए प्रधानमंत्री का तहे दिल से आभार व्यक्त किया। उन्होंने प्रधानमंत्री को भरोसा दिलाया कि वह उन्हें सौंपी गई इस महत्वपूर्ण जिम्मेदारी को पूरी ईमानदारी और निष्ठा के साथ निभाएंगे। श्री राधाकृष्णन का नाम उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में सामने आने के बाद से ही भारतीय जनता पार्टी और उसके सहयोगी दलों में एक नई ऊर्जा और उत्साह का संचार हुआ है। पार्टी के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, श्री रिजिजू ने सभी फ्लोर लीडर्स से श्री राधाकृष्णन की मुलाकात करवाई और उनसे इस चुनाव में अपना पूरा समर्थन देने की अपील भी की।
9 सितंबर को मतदान: चुनाव की तारीख का ऐलान और आगे की रणनीति-सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, देश के उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान की तारीख 9 सितंबर तय की गई है। इस चुनाव से संबंधित नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि और अन्य सभी आवश्यक औपचारिकताएं आने वाले दिनों में जल्द ही तय कर दी जाएंगी। फिलहाल, एनडीए के भीतर का माहौल काफी सकारात्मक बना हुआ है, और सभी सहयोगी दलों ने भी अपना समर्थन व्यक्त किया है। एक वरिष्ठ सहयोगी दल के नेता ने बताया कि मंगलवार को प्रधानमंत्री सभी सांसदों को उम्मीदवार से औपचारिक तौर पर मिलवाएंगे, जिसके बाद बाकी की प्रक्रियाओं को धीरे-धीरे अंतिम रूप दिया जाएगा। अब सभी की निगाहें इस उपराष्ट्रपति चुनाव पर टिकी हुई हैं, क्योंकि यह एनडीए के लिए एक महत्वपूर्ण राजनीतिक परीक्षा के तौर पर भी देखी जा रही है।



