बांग्लादेश चुनाव 2025: फरवरी में ही होंगे आम चुनाव, सरकार ने दोहराई प्रतिबद्धता

बांग्लादेश में फरवरी 2025 में ही होंगे चुनाव: सरकार का बड़ा ऐलान, विपक्ष की चिंताएं बेअसर!
तय समय पर चुनाव: सरकार की ओर से पक्की खबर-बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने बिल्कुल साफ कर दिया है कि देश में आम चुनाव फरवरी 2025 में ही होंगे। कानून सलाहकार आसिफ नजरुल ने मीडिया से बातचीत में इस बात की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि सरकार चुनाव कराने की पूरी तैयारी में जुटी है और इस फैसले में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। मंगलवार को कैबिनेट डिवीजन में हुई एक अहम बैठक के बाद, नजरुल ने जोर देकर कहा कि सरकार अपने वादे पर कायम है और समय पर चुनाव कराना उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है। यह बयान उन अटकलों पर विराम लगाता है जिनमें चुनाव टलने की आशंका जताई जा रही थी।
विपक्ष की चिंताएं और सरकार का जवाब-हाल ही में, नेशनल सिटिजन पार्टी और कुछ अन्य राजनीतिक दलों ने चिंता जताई थी कि बड़े सुधारों और लंबित कानूनी मामलों के निपटारे के बिना फरवरी में चुनाव कराना संभव नहीं होगा। इन चिंताओं पर प्रतिक्रिया देते हुए, नजरुल ने कहा कि इस तरह की बातें बांग्लादेश की राजनीतिक संस्कृति का हिस्सा रही हैं। विपक्ष अक्सर चुनाव की तारीख और प्रक्रिया पर सवाल उठाता है, लेकिन सरकार का काम समय पर चुनाव कराना है, और वे इस जिम्मेदारी को पूरी तरह से निभाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। सरकार का मानना है कि ये चिंताएं राजनीतिक बयानबाजी का हिस्सा हैं।
चुनाव प्रक्रिया पर सरकार का स्पष्ट रुख-आसिफ नजरुल ने इस बात पर जोर दिया कि चुनाव कराने की जिम्मेदारी किसी राजनीतिक दल की नहीं, बल्कि सरकार की होती है। उन्होंने दोहराया कि अंतरिम सरकार पूरी मजबूती से काम कर रही है और फरवरी में ही मतदान कराए जाएंगे। नजरुल ने यह भी स्पष्ट किया कि इस बार किसी भी बहाने या बाहरी दबाव के चलते चुनाव को टालने का कोई सवाल ही नहीं उठता। सरकार ने जनता को यह स्पष्ट संदेश दिया है कि उन्हें समय पर लोकतांत्रिक प्रक्रिया का अधिकार मिलेगा और इसमें कोई बाधा नहीं आएगी।
मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस पर पूरा भरोसा-नजरुल ने आगे कहा कि अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार, मोहम्मद यूनुस, एक विश्व स्तर पर सम्मानित व्यक्ति हैं। उनकी प्रतिबद्धता और छवि पर किसी को भी संदेह करने की कोई वजह नहीं है। चुनावों को समय पर कराना उनका एक प्रमुख वादा है, और सरकार इसे हर हाल में पूरा करेगी। नजरुल ने बताया कि यूनुस का नेतृत्व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी बहुत भरोसेमंद माना जाता है, और यही कारण है कि इस बार चुनाव प्रक्रिया पर कोई खतरा नहीं मंडरा रहा है।
चुनाव आयोग की भी मुहर: फरवरी में ही मतदान-कुछ समय पहले ही मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने घोषणा की थी कि चुनाव फरवरी में ही होंगे। इसके बाद, चुनाव आयोग ने भी इस बात की पुष्टि कर दी है कि मतदान फरवरी के पहले सप्ताह में कराया जाएगा। यह बांग्लादेश का 13वां संसदीय चुनाव होगा। चुनाव आयोग ने यह भी बताया कि इस सप्ताह के अंत तक चुनावी रोडमैप भी जारी कर दिया जाएगा, ताकि सभी राजनीतिक दल और आम जनता को चुनाव प्रक्रिया के बारे में पूरी और स्पष्ट जानकारी मिल सके।
जनता की उम्मीदें और चुनावी माहौल-अब बांग्लादेश की जनता इस बात का बेसब्री से इंतजार कर रही है कि फरवरी में होने वाले ये चुनाव किस तरह का माहौल लेकर आते हैं। बहुत से लोग उम्मीद कर रहे हैं कि इस बार चुनाव में बदलाव की एक नई लहर देखने को मिलेगी, जबकि कुछ का मानना है कि पुराने मुद्दे ही एक बार फिर हावी रहेंगे। लेकिन एक बात निश्चित है कि सरकार ने जनता को यह भरोसा दिलाया है कि चुनाव समय पर होंगे और लोकतंत्र की प्रक्रिया निर्बाध रूप से जारी रहेगी।



