मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने पुरस्कार प्राप्त करने पर किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल और कृषि विभाग को दी बधाई…
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्यप्रदेश को फार्म गेट आवेदन का पुरस्कार प्राप्त करने पर किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल और कृषि विभाग को बधाई दी है। आज मंत्रालय में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कृषि मंत्री श्री पटेल और मंडी बोर्ड की एमडी श्रीमती सुषमा स्वराज से मुलाकात की. जी.वी. रश्मिन ने दिल्ली में पुरस्कार प्रदान किया। ज्ञात हो कि राज्य सरकार परियोजना श्रेणी में फॉर्म गेट एप के लिए मध्यप्रदेश को कंप्यूटर सोसायटी ऑफ इंडिया द्वारा 20वें सीएसआई-एसआईजी ई-गवर्नेंस अवार्ड-2022 से सम्मानित किया गया है।
यह एप एंड्रायड आधारित एप है। किसान इसे अपने एंड्रायड मोबाइल में नि:शुल्क डाउनलोड कर सकते हैं। इससे किसान अपने घर, खलिहान, गोदाम से अपनी मर्जी से उपज बेच सकेगा। किसानों को अपनी उपज को बाजार में बेचने के साथ-साथ अपने घर के दाम पर बेचने की आजादी मिली है। ऐसा करने वाला मध्यप्रदेश देश का इकलौता राज्य है। भारत सरकार द्वारा इस प्रणाली की अत्यधिक सराहना की गई है।
एमपी। मध्य प्रदेश की कृषि उपज मंडी समितियों में कार्यरत। प्रदेश की 8 मंडियों भोपाल, हरदा, इंदौर, देवास, गुना, सागर, जबलपुर और सतना में 1 अगस्त, 2022 से एंड्रायड एप के माध्यम से फार्मगेट एप को पायलट के तौर पर लॉन्च किया गया। साथ ही उज्जैन मंडी को 27 सितंबर 2022 से पायलट योजना में शामिल किया गया है। म.प्र. मध्य प्रदेश की सभी 259 कृषि उपज मंडी समितियों में फार्म गेट एप चालू है।
एमपी फार्म गेट ऐप का उपयोग कर 12981 किसानों द्वारा 64 लाख क्विंटल विभिन्न कृषि उत्पादों की बिक्री की गई है। अप्रैल 2021 से अब तक सौदा पत्रक पोर्टल के माध्यम से किसानों से फार्म गेट से सीधी खरीद की जा चुकी है। अब तक कुल 91 लाख टन विभिन्न कृषि उत्पादों का व्यापार हो चुका है। धीरे-धीरे अधिकतर किसान इस ऐप का इस्तेमाल कर रहे हैं। अभी तक इस एप के प्रयोग से बाजार परिसर में 16 प्रतिशत तक राजस्व की वसूली की जा चुकी है।