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RIPA के तहत पारंपरिक व्यवसायों कुशा गोठान में कुम्हार शिल्प का सर्वश्रेष्ठ उदाहरण…

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सरकार द्वारा मौलिक गांधी इंडस्ट्रियल पार्क रीपा की स्थापना एवं युवाओं के लिए पुराने रूप की स्थापना एवं रोजगार सृजन की रचना की गई है। इनमें से विभिन्न गतिविधियों से लोगों को स्वरोजगार मिला है, वहीं रीपा उसी में सरकार द्वारा दायित्वों की स्थापना से सभी कार्यों को नई पहचान देने का अवसर मिला है। कृत्य गुड़ी के तहत रीपा में परिस्थिति से जुड़े हुए ग्रामीण वर्ग के व्यापक को उनके पारंपरिक व्यवसायों से जोड़ा जा रहा है, जिनकी प्रतिज्ञाएं कड़ी की गुड़ी, मोची गुड़ी, तेल गुड़ी, बांस की शिल्प गुड़ी, धोबी गुड़ी, मिट्टी गुड़ी, जटिल गुड़ी, बेल मेटल की गुड़ी फूट रही है।

कोरिया जिले के सोनहत प्रखंड के कुशा गौठान में मिट्टी गुड़ी की स्थापना की गई है, जहां कुम्हार कला का बेहतरीन उदाहरण देखने को मिल रहा है। गांव के दस लोगों ने कुम्हार वर्ग की टेराकोटा निर्माण समितियां बनाईं, अपने पारंपरिक व्यवसाय को बचाने का संकल्प लिया और सरकार के सहयोग से इस कार्य में जुट गए। समिति के सदस्य देवीदयाल का कहना है कि उन्होंने 2019 से छोटे-छोटे तरीके से मिट्टी के बर्तन बनाना शुरू किया, फिर जैसे ही उन्हें रिपा के तहत कृत्य गुड़ियों के बारे में पता चला, उन्होंने अपने साथियों के साथ मिलकर एक समिति बनाई और गौठान में ही काम करने लगे। पूर्ण। उन्होंने बताया कि यहां मिट्टी के निशान, गुल्लक, घड़े, दिए, कलश, डोक्सी के साथ ही सजावट भी की जाती है। किस बाजार में अच्छी मांग है, विशेष रूप से त्योहारी मौसम में मांग बढ़ जाती है। उन्होंने बताया कि बिक्री के लिए उत्पादों को स्थानीय बाजार के साथ-साथ सी मार्ट भी भेजा जाता है, पिछले 2 साल में कुल एक लाख से ज्यादा की बिक्री हुई है। उनका कहना है कि फाइलों के सीजन में भी उन्हें काफी संख्या में ऑर्डर मिलते हैं।

सरकार के सहयोग से हमें व्यवहार के साथ-साथ परंपरा और संस्कृति को बचाने का अवसर मिल रहा है- कुंजलाल

समिति के सदस्य कुंजलाल का कहना है कि वह अपने पारंपरिक व्यवसाय से जुड़े काफी हद तक खुश हैं। उनका कहना है कि जब से उन्होंने टेराकोटा का काम शुरू किया है, तब से यह काम अच्छा लगता है और कोई और काम करने वाला आदमी नहीं करता। सरकार के सहयोग से हमें रोजी-रोटी के साथ-साथ अपनी परंपरा और संस्कृति को बचाने का मौका मिला है, जिससे हम बेहद खुश हैं। काम से मिली रकम से उसने एक मोटरसाइकिल भी साझा की है, उसका कहना है कि वह दूसरे लोगों को मानने का काम कर रहा है और खुद भी लगन से काम करता है।

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