CBRE रिपोर्ट: भारतीय प्रॉपर्टी सेक्टर में तीन महीने में 74% ज़्यादा निवेश

भारतीय रियल एस्टेट सेक्टर में इस साल जनवरी से मार्च के बीच क़रीब 2.9 बिलियन अमेरिकी डॉलर की इक्विटी फंडिंग आई, जो पिछले साल की तुलना में 74 फीसदी ज़्यादा है। इसकी जानकारी रियल एस्टेट कंसल्टेंट कंपनी CBRE ने दी है। CBRE के आंकड़ों के मुताबिक, साल 2025 की पहली तिमाही यानी जनवरी से मार्च के बीच रियल एस्टेट में इक्विटी इन्वेस्टमेंट 2.9 बिलियन डॉलर रहा, जो कि बीते साल इसी समय की तुलना में 74 फीसदी की बढ़त दिखाता है। CBRE ने बताया कि इस दौरान इन्वेस्टमेंट बढ़ने की सबसे बड़ी वजह बिल्डर्स की एक्टिविटी और रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट (REITs) के साथ-साथ बड़े-बड़े संस्थागत निवेशकों की दिलचस्पी रही।
पिछले साल इसी तिमाही में कुल इक्विटी इन्वेस्टमेंट करीब 1.7 बिलियन डॉलर था। CBRE के चेयरमैन और सीईओ (इंडिया, साउथ-ईस्ट एशिया, मिडिल ईस्ट और अफ्रीका) अंशुमान मैगज़ीन ने कहा, “दुनिया भर में चल रही आर्थिक अनिश्चितताओं के बावजूद भारत का रियल एस्टेट सेक्टर लगातार मजबूती दिखा रहा है और निवेशकों का भरोसा बना हुआ है।” उन्होंने आगे कहा कि “इस बार इन्वेस्टमेंट में तेज़ी से आई बढ़ोतरी दिखाती है कि सेक्टर की नींव मज़बूत है, हर तरह की प्रॉपर्टी की मांग बनी हुई है और देशी-विदेशी निवेशकों का भरोसा भी लगातार बढ़ रहा है।” अंशुमान मैगज़ीन ने ये भी कहा, “फिलहाल लोगों की पसंद में आए बदलाव और बाज़ार में हो रहे नए ट्रेंड्स को देखते हुए हमें उम्मीद है कि ये अच्छी रफ़्तार सालभर जारी रहेगी – चाहे वो मुख्य सेक्टर हों या नए उभरते हुए क्षेत्र।” CBRE के मुताबिक, इस साल जनवरी से मार्च के बीच जो कुल इन्वेस्टमेंट आया, उसमें से करीब 74 फीसदी पैसा ज़मीन/डेवलपमेंट साइट्स और रेडी ऑफिस प्रॉपर्टी में लगा।