कोरोना फिर से दे रहा दस्तक: छत्तीसगढ़ अभी सुरक्षित, लेकिन सतर्क रहना जरूरी है

कोरोना की वापसी: क्या हमें फिर से सतर्क होने की ज़रूरत है?-देश में कोरोना के मामलों में फिर से इज़ाफ़ा देखने को मिल रहा है, जिससे चिंता बढ़ गई है। आइये, जानते हैं क्या है पूरी स्थिति:
एशिया में कोरोना का फिर से बढ़ना-हाल ही में सिंगापुर और हांगकांग जैसे देशों में कोविड-19 के मामले बढ़े हैं। भारत में भी नए केस सामने आ रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि ओमिक्रॉन का नया वेरिएंट, JN.1, तेज़ी से फ़ैल रहा है और इसी वजह से मामले बढ़ रहे हैं। यह वेरिएंट जल्दी बदलता है और ज़्यादा लोगों को संक्रमित कर सकता है। इससे साफ़ है कि हमें फिर से सतर्क रहने की ज़रूरत है।
छत्तीसगढ़ में राहत की साँस-फ़िलहाल छत्तीसगढ़ में राहत की बात है। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, राज्य में कोरोना का एक भी नया मामला सामने नहीं आया है। कोई एक्टिव केस भी नहीं है। यह एक अच्छी खबर है, लेकिन हमें सावधानी बरतनी होगी।
विदेश से आने वालों पर नज़र रखना ज़रूरी-देश में कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी के बाद, विदेश से आने वाले यात्रियों की यात्रा के इतिहास पर नज़र रखना ज़रूरी हो गया है। समय रहते सावधानी बरतना बहुत ज़रूरी है। मास्क पहनना, हाथ धोना और भीड़-भाड़ वाली जगहों से दूर रहना – ये सभी बातें अब भी उतनी ही ज़रूरी हैं जितनी पहले थीं।
डॉक्टरों का कहना-स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि पुरानी गाइडलाइंस अब भी कारगर हैं। छत्तीसगढ़ में भले ही अभी स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन देश के बाकी हिस्सों में बढ़ते मामलों पर नज़र रखी जा रही है। अगर स्थिति बिगड़ती है, तो तुरंत कदम उठाए जाएँगे।
JN.1 वैरिएंट क्या है?-JN.1 वैरिएंट ओमिक्रॉन परिवार का हिस्सा है और अगस्त 2023 में सामने आया था। यह बाकी वेरिएंट्स के मुकाबले ज़्यादा तेज़ी से बदलता है और फैलता है। 2022 में भी इसी तरह के वेरिएंट्स के कारण कोरोना के मामले अचानक बढ़े थे।
सावधानी ही सबसे बड़ी सुरक्षा-छत्तीसगढ़ में स्थिति भले ही नियंत्रण में हो, लेकिन देश और एशिया में बढ़ते मामलों को देखते हुए लापरवाही नहीं करनी चाहिए। मास्क, दूरी और सावधानी – यही हमारी सबसे बड़ी ताकत हैं।




