कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा के चीन के सम्मान वाले बयान पर बिफरे सीएम साय, कहा – कांग्रेस का हाथ अलगाववादी, देश के दुश्मनों के साथ
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कांग्रेस आज भी चोर से कहो चोरी कर और गृह स्वामी से कहो जागते रह की अपनी पुरानी नीति पर कायम है
रायपुर: कांग्रेस का हाथ सीधे तौर पर देश के दुश्मनों और अलगाववादियों के साथ है। इससे पहले भी भारतीय नस्ल को अपमानित करना, भारत के बारे में अलग-अलग मंचों पर दुष्प्रचार कर देश को कमजोर करने की नीति कांग्रेस नेताओं की रही है। अपने नेताओं के देश विरोधी बयान को निजी बताकर पल्ला झाड़ना कांग्रेस की पुरानी आदत है। अगर कांग्रेस में हिम्मत है तो अपने विदेश विभाग के प्रमुख को निष्कासित करके दिखाए। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने यह तीखी प्रतिक्रिया कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा के भारत विरोधी बयान पर दी है। श्री साय ने X पर लिखा कि – कांग्रेस के हाथ सीधे तौर पर अलगाववादियों, देश के दुश्मनों के साथ है। कांग्रेस के विदेशी विभाग के प्रमुख सैम पित्रोदा को शायद देश के दुश्मनों का हाथ मजबूत करने के लिए ही रखा गया है। पित्रोदा द्वारा पहले भारतीय नस्ल को ही अपमानित करना, फिर बार-बार भारत के बारे में अलग-अलग मंचों पर दुष्प्रचार करना और देश को कमजोर करने की साजिश रचते रहना कांग्रेस की अघोषित नीति ही है।
अभी फिर एक विवादास्पद बयान देकर फिर वही किया गया है। सैम पित्रोदा के हर बयान के बाद उसे निजी बयान बता देना भी कांग्रेस की पहले से तय नीति है। अपने नेता से बयान दिला कर पहले देश विरोधियों को तुष्ट कर देना और फिर भारत में उसे निजी बयान बता देना… यह साबित करता है कि कांग्रेस आज भी ‘चोर से कहो चोरी कर और गृह स्वामी से कहो जागते रह’ की अपनी पुरानी नीति पर कायम है। संबंधित देश के सत्ताधारी से कांग्रेस का आधिकारिक समझौते के कारण ही ये तमाम बयान आते हैं। अगर सैम के बयान से सहमति नहीं है तो क्या कांग्रेस उनको पार्टी से निष्कासित करेगी? अगर उनको बर्खास्त नहीं किया जाता है, तो यह साबित होगा कि पार्टी आलाकमान के इशारे पर ही देश को कमजोर करने का कुचक्र रचा जा रहा है। यह निंदनीय है। इसे कतई सहन नहीं किया जा सकता। गौरतलब है कि इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने एक इंटरव्यू में कहा था कि चीन को दुश्मन मानने की बजाय उसका सम्मान करना चाहिए और भारत को अपने दृष्टिकोण में बदलाव लाना होगा। भारत का रवैया टकराव वाला रहा है, जिससे दुश्मनी बढ़ती है। उन्होंने सुझाव दिया कि भारत को कमांड और कंट्रोल की मानसिकता से बाहर आकर संवाद और सहयोग को प्राथमिकता देनी चाहिए। सैम पित्रोदा के इस बयान का भारत में चारों ओर विरोध हो रहा है। मुख्यमंत्री श्री साय ने भी सैम पित्रोदा के बयान पर कांग्रेस को कड़ी फटकार लगाई है और कांग्रेस को देश विरोधी बताते हुए सैम पित्रोदा को पार्टी से निष्कासित करने की बात कही।