गुजरात के कच्छ के अंदरूनी हिस्सों में कहर बरपा रहा चक्रवाती तूफान बिपरजॉय 16 जून की देर रात राजस्थान में प्रवेश करने से पहले एक गहरे दबाव में बदल जाएगा। मौसम विज्ञान ब्यूरो का कहना है कि हवा की गति 70 किलोमीटर प्रति घंटे तक हो सकती है और पांच काउंटी में रेड अलर्ट की स्थिति बरकरार रहेगी। राजस्थान में दो से तीन दिनों तक भारी से बहुत भारी बारिश देखी जाएगी और 20 जून के बाद माना जा सकता है कि बिपर्जोय राजस्थान छोड़ चुका है।
48 घंटे तक भारी से बहुत भारी बारिश,
जयपुर मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक आर.एस. शर्मा ने कहा कि बिपार्जॉय को लेकर ताजा खबरों पर गौर करें तो बिपार्जॉय गुजरात से निकलकर देर रात राजस्थान में प्रवेश करेगा. उस दौरान वह कमजोर हो जाता है और गहरे अवसाद की स्थिति में आ जाता है। उस प्रणाली को चक्रवात में नहीं बदला जा सकता है। हालांकि राजस्थान के बाड़मेर-जालोर में प्रवेश करते समय उदयपुर संभाग के ऊपरी हिस्से में तेज हवाएं चलेंगी जिससे बिजली व्यवस्था और पेड़ों को नुकसान हो सकता है. अगले 48 घंटों तक भारी से बहुत भारी बारिश जारी रहने की संभावना है।
इसका असर 20 जून तक दिखेगा
मौसम विभाग के अनुसार राजस्थान में प्रवेश करने के साथ ही बाड़मेर, जालोर, उदयपुर, सिरोही और पाली के कुछ इलाकों में 17 जून की देर रात या सुबह-सुबह भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है. उदयपुर और जोधपुर संभाग में 48 घंटे के भीतर. उसके बाद, बिरपजॉय आगे बढ़ता है। 18 जून को इसका असर अजमेर और जयपुर संभाग पर भी रहेगा, जहां कुछ इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश भी हो सकती है। जयपुर संभाग के कुछ क्षेत्रों में 19 जून और कोटा व भरतपुर संभाग के कुछ क्षेत्रों में 20 जून को द्विपराजय का असर दिखाई देगा.