आज भारत के युवाओं के लिए नए अवसरों का समय है। पूरी दुनिया भारत की ओर देख रही है। भारत की ताकत और शक्ति तेजी से बढ़ रही है। उन्होंने युवाओं से कहा कि जीवन का अर्थ केवल लोगों के दुख-दर्द बांटना है। सेवा कार्य से व्यक्तित्व मजबूत होता है। राष्ट्र और समाज मजबूत और मजबूत बनता है।
राज्यपाल श्री पटेल ने आज गणतंत्र दिवस परेड में भाग लेने वाले राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों एवं पुरस्कार प्राप्त करने वाले प्रतिभागी युवाओं को संबोधित किया. अपर मुख्य सचिव उच्च शिक्षा श्री के.सी. गुप्ता, राज्यपाल के प्रमुख सचिव श्री डी.पी. आहूजा, पक्षी संरक्षण सोसायटी और जैव विविधता बोर्ड के पदाधिकारी और संस्था के संस्थापक श्री मोहम्मद खालिक भी उपस्थित थे।
राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि युवा देश का भविष्य है, आज का युवा देश के भविष्य की नींव है। इतना ही नहीं, यह फाउंडेशन अधिक सुसंस्कृत, शिक्षित और समाज के प्रति प्रतिबद्ध है। भावी राष्ट्र का स्वरूप भी उतना ही विशाल और विशाल होगा। आजादी के 75 साल का अमृत काल दरअसल युवाओं का अमृत काल है क्योंकि आजादी के 100 साल होने पर आज का युवा सफलता के शिखर पर होगा। देश की अमृत पीढ़ी के प्रतिनिधि के रूप में आप सभी अगले 25 वर्षों में एक विकसित और आत्मनिर्भर भारत को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे। राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति, डिजिटल, स्टार्टअप, नवाचार क्रांति और रक्षा, अंतरिक्ष में सुधारों के माध्यम से युवाओं के लिए अपार अवसर पैदा किए हैं। अंतरिक्ष क्षेत्र के रूप में पहले निजी उपग्रह, खेल, एनिमेशन, ड्रोन प्रौद्योगिकी का प्रक्षेपण युवा प्रतिभाओं के लिए अपने दरवाजे खोलता है। वे मनोरंजन, रसद से लेकर कृषि आदि विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट परिणाम प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने स्वयंसेवकों से अपेक्षा की कि वे आने वाली नई पीढ़ी के साथ अपने अनुभव साझा करें ताकि उन्हें राष्ट्र की सेवा करने के लिए प्रेरित और प्रोत्साहित किया जा सके।
स्वागत भाषण एनएसएस के क्षेत्रीय निदेशक डॉ. अशोक कुमार श्रोती ने दिया। एनएसएस के प्रदेश पदाधिकारी डॉ. आर.के. विजय ने आभार व्यक्त किया।