लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने कहा है कि प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं का निरंतर विस्तार किया जा रहा है। इसी कड़ी में हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर पर प्राथमिक नेत्र सेवाएँ देने का पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया जा रहा है। “प्राथमिक नेत्र सेवाओं का सुदृढ़ीकरण मॉडल” पायलट प्रोजेक्ट सीहोर, इंदौर और उज्जैन जिले में शुरू हो रहा है। इसे अन्य जिलों में भी लागू किया जायेगा। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी एनएचएम, यूएसएआईडी, निष्ठा-जेएचईआईईजीओ, ओएसईएलएफ के समन्वय में संचालित” प्राथमिक नेत्र सेवाओं का सुदृढ़ीकरण मॉडल” का एनएचएम मुख्यालय में शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि पिछले 3 वर्ष में स्वास्थ्य के क्षेत्र में मध्यप्रदेश में अनेक उल्लेखनीय कार्य हुए हैं। विभिन्न सुविधाओं का विस्तार किया गया है। प्रदेश में 12 हजार से अधिक हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर से नागरिकों को निकटतम स्थान पर स्वास्थ्य सेवाएँ दी जा रही हैं। पायलट प्रोजेक्ट में आँखों की देखभाल और उपचार पर जोर दिया जायेगा। इंदौर, उज्जैन और सीहोर के 64 हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर पर आई मित्र, ऑप्टीशियन निर्धारित दिनों में भ्रमण करेंगे। व्यक्तियों की आँखों की प्रारंभिक जाँच की जायेगी। आई मित्र ऑप्टीशियन द्वारा स्वास्थ्य संस्थाओं पर स्क्रीनिंग और चश्मों का नि:शुल्क वितरण करेंगे।
अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री मोहम्मद सुलेमान ने प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार और हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर में उपलब्ध कराई जा रही स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी दी। स्वास्थ्य आयुक्त श्री सुदाम खाड़े, एमडी एनएचएम श्रीमती प्रियंका दास और प्रो. ए.के. नंदकुमार ने पायलट प्रोजेक्ट पर विस्तार से जानकारी दी। सीहोर जिले के हितग्राहियों को चश्मों का विस्तरण और “नेत्रम मोबाइल एप” का शुभारंभ किया गया। स्वास्थ्य विभाग एवं निष्ठा-जेएचईआईईजीओ के जन-जागरूकता बढ़ाने के पोस्टर का विमोचन किया गया। इंदौर और सीहोर के मेडिकल ऑफिसर, सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी और आई मित्र को उनके नेत्र स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में “प्राथमिक नेत्र सेवाओं का सुदृढ़ीकरण मॉडल” में श्रेष्ठ सेवाएँ देने के लिये पुरस्कृत भी किया गया।