उज्जैन में 10 दिनी शिवनवरात्र उत्सव की शुरुआत, दूल्हा बनेंगे भगवान महाकाल

महाशिवरात्रि की तैयारी: उज्जैन में महाकाल मंदिर सजा दूल्हे की तरह
उज्जैन। तीर्थ नगरी अवंतिका हमेशा ही भक्तों के लिए आस्था और श्रद्धा का केंद्र रही है, लेकिन इन दिनों महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग में शिव विवाह की तैयारियों ने इसकी रौनक और बढ़ा दी है। मंदिर में हर कोना साफ-सुथरा और चमकदार नजर आ रहा है, जबकि शिखर की सुनहरी कलाकृतियां भक्तों का मन मोह रही हैं।
भक्तों को अब सोमवार सुबह का इंतजार है, जब शिव पंचमी की पूजा के साथ शिवनवरात्र का शुभारंभ होगा और भगवान महाकाल दूल्हे के रूप में विराजमान होंगे। बारह ज्योतिर्लिंगों में महाकाल ही एकमात्र ऐसा ज्योतिर्लिंग हैं जहां शिव-गौरी विवाह का उत्सव दस दिनों तक बड़े धूमधाम से मनाया जाता है।
हर दिन विशेष शृंगार, इस बार 30 साल बाद अनोखा संयोग
शिवनवरात्र के दौरान हर दिन भगवान महाकाल को दूल्हे के रूप में विशेष शृंगार से सजाया जाता है। इस बार 30 साल बाद सप्तमी तिथि वृद्धि का शुभ संयोग बना है, जिसके चलते शिवनवरात्र 17 से 27 फरवरी तक दस दिनों तक चलेगा।
सेहरा सजाने में लगते हैं दो घंटे, महाशिवरात्रि पर होगा विशेष आयोजन
महाशिवरात्रि की रातभर पूजा के बाद तड़के 4 बजे भगवान महाकाल के शीश पर विशेष फूलों और स्वामन फलों से सेहरा सजाया जाता है।
- सेहरा धारण कराने में करीब 2 घंटे का समय लगता है।
- सुबह 6 बजे सेहरा आरती होती है और सुबह 6 से 10 बजे तक भक्त सेहरा दर्शन कर सकते हैं।
- इसके बाद सेहरा उतारा जाता है और दोपहर 12 बजे भस्म आरती होती है।
- फिर दोपहर 2:30 बजे भोग आरती के साथ यह विशेष अनुष्ठान संपन्न होता है।
इस बार तिथि वृद्धि के कारण शिवनवरात्र दस दिनों का रहेगा, लेकिन उत्सव पूरे ग्यारह दिनों तक चलेगा।
शिवनवरात्र के दौरान सुबह 9 बजे से दोपहर 2 बजे तक गर्भगृह में विशेष पूजा, अभिषेक और अनुष्ठान होंगे। इस दौरान गर्भगृह के गलियारे से दर्शन की सुविधा बंद रहेगी।
- दोपहर 3 बजे के बाद संध्या पूजन के समय प्रोटोकॉल वाले दर्शनार्थियों को नंदी मंडप और गणेश मंडप के पहले बैरिकेड्स से दर्शन कराए जाएंगे।
मंदिर स्टाफ की छुट्टियां रद्द, व्यवस्थाएं होंगी चाक-चौबंद
भगवान महाकाल के दर्शन के लिए 17 से 27 फरवरी तक हजारों श्रद्धालु उज्जैन पहुंचेंगे। 26 फरवरी को महाशिवरात्रि महापर्व मनाया जाएगा।
- भीड़ को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने सभी अधिकारी, शाखा प्रभारी और कर्मचारियों की साप्ताहिक छुट्टियां 16 फरवरी से 1 मार्च तक रद्द कर दी हैं।
- मंदिर परिसर में सुचारू व्यवस्था के लिए प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद रहेगा।
इस तरह, महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर उज्जैन का महाकाल मंदिर पूरी भव्यता से शिव-गौरी विवाह की साक्षी बनने जा रहा है।