महाराष्ट्र में 20 नवंबर को विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, और इस दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी उम्मीदवारों की सूची और सीटों के बंटवारे में पक्षपात का आरोप लगा रहे हैं। एमवीए गठबंधन में 288 में से 255 सीटों पर समझौता हुआ है, जबकि समाजवादी पार्टी सीट बंटवारे को लेकर विवाद में है।
सीट बंटवारे में उलझन – उद्धव सेना, कांग्रेस और शरद पवार की राकांपा ने क्रमशः 65, 48 और 45 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की है। हालांकि, 288 सीटों में से 18 सीटों पर अब भी बंटवारे को लेकर खींचतान जारी है। समाजवादी पार्टी के नेता और विधायक अबू असीम आजमी ने शुक्रवार को इस विवाद में कूदकर धमकी दी कि यदि विपक्षी गठबंधन उनकी पार्टी के उम्मीदवारों के लिए 5 सीटें अलग नहीं रखता, तो वह 25 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगा। समाजवादी पार्टी भी एमवीए का हिस्सा है। महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा के लिए 20 नवंबर को एक ही चरण में मतदान होगा और 23 नवंबर को परिणाम घोषित किए जाएंगे।
राहुल की चिंताएं – राहुल गांधी कांग्रेस चुनाव समिति (सीईसी) को सौंपे गए नामों की स्क्रीनिंग कमेटी के चयन से निराश थे और उन्होंने शुक्रवार की बैठक में इस पर चिंता भी जताई। सूत्रों ने कहा कि उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि दिए गए उम्मीदवारों के नामों की सूची महाराष्ट्र कांग्रेस के कुछ नेताओं के पक्ष में प्रतीत होती है।उन्होंने विधानसभा सीटों के बंटवारे के समझौते के तहत विदर्भ और मुंबई जैसे क्षेत्रों में उद्धव ठाकरे की शिवसेना को कांग्रेस के कुछ गढ़ों के आवंटन पर भी सवाल उठाए। एमवीए ने कुल 288 विधानसभा सीटों में से 255 पर एक समझौता किया है। आगामी चुनाव में उद्धव सेना, कांग्रेस और शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा-सपा)85 सीटों पर चुनाव लड़ेंगी। तीनों दलों ने अब तक उम्मीदवारों की एक-एक सूची जारी की है।
राहुल गांधी की असंतोष की वजह – महाराष्ट्र में 20 नवंबर को विधानसभा के चुनाव हैं, और सभी पार्टियां अपने-अपने उम्मीदवारों की सूची निकाल रही हैं। इस बीच सांसद और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी अपनी पार्टी की ओर से सुझाई गई उम्मीदवारों की सूची से खुश नहीं हैं। राहुल को लगता है कि इस सूची में पक्षपात किया गया है। यह जानकारी सूत्रों के हवाले से मिली है। अब तक, महाविकास अघाड़ी सीट-शेयरिंग व्यवस्था के तहत वे 85 सीटों में से 48 सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा कर चुके हैं। राहुल गांधी ने महाराष्ट्र की मजबूत सीटें उद्धव गुट को देने पर भी नाराजगी जताई है।