आम आदमी को राहत, इतने रुपए सस्ता हुआ गैस सिलेंडर
नया वित्तीय वर्ष 2023-24 शुरू हो गया है। यह नया साल अपने साथ कई बदलाव लेकर आया है। नए वित्त वर्ष के पहले दिन पेट्रोलियम कंपनियों ने आज कमर्शियल गैस सिलेंडर की कीमतों में कटौती की है।
वहीं, सोने और ज्वैलरी पर कस्टम ड्यूटी आज से 20 फीसदी से बढ़ाकर 25 फीसदी कर दी गई है, जिससे इसकी कीमत बढ़ सकती है. दर्द निवारक, एंटीबायोटिक्स और हृदय की दवाएं भी महंगी हो गई हैं। हम आपको बता रहे हैं ऐसे ही 13 बदलावों के बारे में, जिनका सीधा असर आप पर पड़ेगा।
19 किलो वाला कमर्शियल गैस सिलेंडर 92 रुपये सस्ता हुआ है। हालांकि, 14.2 किलो वाले घरेलू गैस सिलेंडर की कीमत में कोई बदलाव नहीं किया गया है। दिल्ली में कमर्शियल गैस सिलेंडर 2119.50 रुपये की जगह 2028 रुपये में मिल रहा है. जबकि कोलकाता में यह अब घटकर 2132 रुपए रह गया है। इससे पहले एक मार्च को सिलेंडर के दाम में 350.50 रुपये की बढ़ोतरी की गई थी।
लघु बचत योजना की नई ब्याज दरें
सरकार ने वरिष्ठ नागरिक बचत योजना और सावधि जमा सहित लघु बचत योजनाओं की ब्याज दरों में वृद्धि की है। नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट, मंथली इनकम स्कीम और किसान विकास पत्र पर भी ब्याज दरें बढ़ी हैं। हालांकि पीपीएफ और सेविंग्स अकाउंट स्कीम की ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। छोटी बचत योजनाओं पर अब 4% से 8.2% तक का ब्याज मिलेगा।
नए नियम के तहत 1 अप्रैल से बिना छह अंकों की अल्फ़ान्यूमेरिक हॉलमार्किंग के सोना नहीं बेचा जा सकेगा. जिस तरह आधार कार्ड में 12 अंकों का कोड होता है, उसी तरह सोने का भी 6 अंकों का हॉलमार्क कोड होगा. इसे हॉलमार्क यूनिक आइडेंटिफिकेशन नंबर यानी HUID कहते हैं।
यह नंबर अल्फ़ान्यूमेरिक हो सकता है यानी कुछ इस तरह- AZ4524। इस नंबर के जरिए यह पता लगाना संभव होगा कि एक सोना कितने कैरेट का है। सोने पर ट्रेड मार्क देने के लिए देशभर में 940 केंद्र बनाए गए हैं। अब चार अंकों की हॉलमार्किंग पूरी तरह से बंद हो जाएगी।
बजट में सोने और नकली आभूषणों पर सीमा शुल्क 20% से बढ़ाकर 25%, चांदी पर 7.5% से बढ़ाकर 15% करने की घोषणा की गई थी। यह नई टैक्स व्यवस्था 1 अप्रैल से लागू हो गई है। इससे सोने और चांदी की कीमतों में तेजी आ सकती है।
इसके अलावा, फिजिकल गोल्ड को ई-गोल्ड या ई-गोल्ड को फिजिकल गोल्ड में बदलने को ट्रांसफर नहीं माना जाएगा। यानी इस पर कोई कैपिटल गेन टैक्स नहीं लगेगा। यदि आप इसे रूपांतरण के बाद बेचते हैं, तो आप दीर्घावधि पूंजीगत लाभ नियमों के तहत कर का भुगतान करने के लिए उत्तरदायी होंगे।
इनकम टैक्सपेयर्स को आज से नई टैक्स व्यवस्था मिलेगी। नई कर प्रणाली का विकल्प चुनने वालों के लिए छूट की सीमा बढ़ाकर 7 लाख रुपये कर दी गई है। पहले यह 5 लाख रुपए थी। बजट में वेतनभोगी वर्ग को एक और राहत दी गई है। नई टैक्स व्यवस्था में 50,000 रुपए के स्टैंडर्ड डिडक्शन को भी शामिल किया गया है। यानी 7.5 लाख रुपये तक की सैलरी पर कोई टैक्स नहीं लगेगा. पुरानी कर व्यवस्था में कर की दरें पहले की तरह ही रहेंगी।
प्रधानमंत्री वय वंदना योजना (PMVVY) आज से बंद कर दी गई है. इस योजना का लाभ लेने के लिए आपके पास केवल 31 मार्च 2023 तक का समय था। PMVVY 60 वर्ष और उससे अधिक आयु के नागरिकों के लिए एक पेंशन योजना है। आप इस योजना में एकमुश्त राशि जमा कर अपने लिए पेंशन की व्यवस्था कर सकते हैं।