रवींद्र भारती यूनिवर्सिटी में बवाल: छात्रों ने वीसी का कमरा बंद कर दिया, हटाने की मांग

रवींद्र भारती यूनिवर्सिटी में विवाद: छात्रों ने कार्यवाहक वीसी का कमरा किया बंद
कोलकाता: रवींद्र भारती यूनिवर्सिटी (RBU) में मंगलवार को तृणमूल छात्र परिषद (TMCP) के सदस्यों ने कार्यवाहक कुलपति शुभ्र कमल मुखर्जी के कार्यालय का दरवाजा बंद कर दिया। छात्रों का आरोप है कि वीसी अपनी अधिकार सीमा से बाहर जाकर फैसले ले रहे हैं। करीब 50 छात्र संगठन के सदस्य जोड़ासांको कैंपस में वीसी के दफ्तर के बाहर धरने पर बैठ गए और नारेबाजी की। हालांकि, मुखर्जी उस समय अपने कार्यालय में मौजूद नहीं थे। वीसी ने कहा- यह दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति मुखर्जी ने इस पूरी घटना को “बेहद दुर्भाग्यपूर्ण” करार दिया। इससे पहले सोमवार को भी TMCP के छात्रों ने वीसी को उनके चेंबर में जाने से रोक दिया और उनके इस्तीफे की मांग की।
प्रदर्शन ऐसे समय पर हुआ जब हाल ही में मुखर्जी ने कार्यकारी परिषद (EC) की बैठक बुलाई थी, जो विश्वविद्यालय की सर्वोच्च निर्णय लेने वाली संस्था है। इस बैठक में कुछ महत्वपूर्ण प्रशासनिक और शैक्षणिक फैसले लिए गए थे। छात्र संगठन का आरोप TMCP के एक नेता ने कहा, “वीसी को नीति निर्धारण करने और कार्यकारी परिषद की बैठक बुलाने का अधिकार नहीं है। यह केवल एक स्थायी कुलपति ही कर सकता है। एक अन्य छात्र नेता ने साफ कर दिया कि जब तक वीसी को पद से हटाया नहीं जाता, तब तक उन्हें उनके कार्यालय में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा।
डेढ़ साल से प्रशासनिक संकट में है यूनिवर्सिटी यह विश्वविद्यालय पिछले डेढ़ साल से प्रशासनिक समस्याओं का सामना कर रहा है। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी वी आनंद बोस, जो राज्य विश्वविद्यालयों के चांसलर भी हैं, ने 2023 में मुखर्जी को अंतरिम वीसी के रूप में नियुक्त किया था। तब से वह अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे हैं। “टैगोर प्रेमियों के लिए यह झटका है” – मुखर्जी मुखर्जी ने कहा, “यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। वे मुझे उस जगह पर जाने से रोक रहे हैं जो गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर की यादों से जुड़ी हुई है। क्या यह एक टैगोर प्रेमी के लिए झटका नहीं है?” उन्होंने दावा किया कि प्रदर्शन करने वाले छात्र युवा हैं, लेकिन कुछ गैर-शिक्षण कर्मचारियों का भी समर्थन उन्हें मिल रहा है। साथ ही उन्होंने संकेत दिए कि कुछ अन्य ताकतें भी इस पूरे विवाद के पीछे हो सकती हैं। क्या करेंगे वीसी? मुखर्जी ने कहा, “इस माहौल में मैं कैंपस नहीं जाऊंगा।” जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्होंने चांसलर को इस बारे में जानकारी दी है, तो उन्होंने कहा, “मैंने इस स्थिति की जानकारी संबंधित अधिकारियों को दे दी है।”