सोलर प्रोजेक्ट घोटाला? इन्वेस्ट यूपी के CEO निलंबित, अखिलेश यादव ने सरकार पर साधा निशाना

अखिलेश यादव का यूपी सरकार पर तंज, कहा- ‘IAS अफसर का सस्पेंशन सिर्फ एक नाटक’
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एक सीनियर IAS अफसर के सस्पेंशन को “नाटक” करार दिया है। उन्होंने कहा कि “इस भ्रष्टाचार का आखिरी पड़ाव यह अधिकारी नहीं, बल्कि कोई और है।” दरअसल, यूपी सरकार ने सोलर प्रोजेक्ट में भ्रष्टाचार और गड़बड़ियों की शिकायतों के चलते ‘इन्वेस्ट यूपी’ के सीईओ और वरिष्ठ IAS अधिकारी अभिषेक प्रकाश को निलंबित कर दिया है। इस मामले में कथित दलाल निकांत जैन की गिरफ्तारी भी हो चुकी है। यूपी में “इज ऑफ डूइंग बिजनेस” की हकीकत अखिलेश यादव ने इस मामले पर सरकार को घेरते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (ट्विटर) पर लिखा,
“यूपी में ‘इज ऑफ डूइंग बिजनेस’ की सच्चाई यही है कि यहां औद्योगिक विकास के नाम पर खुलेआम कमीशन मांगा जा रहा है और जब मामला सामने आता है तो दिखावे के लिए निलंबन का नाटक किया जाता है।” उन्होंने आगे कहा, “इस भ्रष्टाचार का आखिरी पड़ाव सिर्फ यह अधिकारी नहीं है, मामला कहीं और तक जाता है।”
क्या है पूरा मामला?
- अभिषेक प्रकाश, जो कि 2006 बैच के IAS अधिकारी हैं, उनके खिलाफ एक सोलर इंडस्ट्री इन्वेस्टर ने शिकायत की थी।
- शिकायत में कहा गया था कि निकांत जैन ने ‘इन्वेस्ट यूपी’ के सीईओ के नाम पर कमीशन मांगकर प्रोजेक्ट अप्रूवल की पेशकश की थी।
- मामले की जांच के बाद गुरुवार को निकांत जैन को गिरफ्तार कर लिया गया।
IAS अधिकारी के निलंबन का आदेश
यूपी सरकार ने सस्पेंशन ऑर्डर जारी करते हुए कहा, “अभिषेक प्रकाश, सचिव (स्थापना और औद्योगिक विकास विभाग, उत्तर प्रदेश सरकार) और ‘इन्वेस्ट यूपी’ के सीईओ, प्रथम दृष्टया इस मामले में गड़बड़ी के दोषी पाए गए हैं। यह उनका आचरण अखिल भारतीय सेवा (आचरण) नियम 1968 के नियम-3 का उल्लंघन करता है।” आदेश में आगे कहा गया, “इन सभी तथ्यों को ध्यान में रखते हुए, राज्यपाल तत्काल प्रभाव से अभिषेक प्रकाश को निलंबित करते हैं।” अब इस मामले में आगे क्या कार्रवाई होती है, इस पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं।