Tata Motors Finance के साथ मर्जर के बाद Tata Capital का IPO होगा फाइल

Tata Capital के IPO की तैयारी, पहले NCLT से मंजूरी का इंतजार
टाटा ग्रुप की वित्तीय सेवा कंपनी Tata Capital करीब 2 अरब डॉलर (17,000 करोड़ रुपये से ज्यादा) का IPO लाने की योजना बना रही है। हालांकि, कंपनी पहले Tata Motors Finance के साथ अपने विलय पर NCLT (नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल) की अंतिम मंजूरी का इंतजार कर रही है। सूत्रों के मुताबिक, इस IPO के जरिए कंपनी का मूल्यांकन करीब 11 अरब डॉलर होने की संभावना है। विलय की प्रक्रिया पूरी होने की उम्मीद इस वित्त वर्ष (FY25) के अंत तक जताई जा रही है। हालांकि, Tata Capital ने इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है।
बोर्ड से IPO को मिली हरी झंडी
RBI ने Tata Capital को अपर-लेयर NBFC (गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी) के रूप में वर्गीकृत किया है। इसी के चलते, कंपनी के बोर्ड ने IPO लाने की मंजूरी पहले ही दे दी थी। प्रस्तावित IPO में 2.3 करोड़ इक्विटी शेयर शामिल होंगे, जिसमें नए शेयर जारी करना और मौजूदा निवेशकों द्वारा हिस्सेदारी बेचना (OFS – ऑफर फॉर सेल) शामिल है। इसके अलावा, पब्लिक लिस्टिंग से पहले अपनी वित्तीय स्थिति मजबूत करने के लिए Tata Capital राइट्स इश्यू के जरिए भी पूंजी जुटाने की योजना बना रही है। अगर यह IPO सफल होता है, तो यह भारत के वित्तीय क्षेत्र में सबसे बड़े आईपीओ में से एक होगा। यह हाल ही में लिस्ट हुई Tata Technologies (नवंबर 2023) के बाद टाटा ग्रुप की दूसरी बड़ी पब्लिक मार्केट एंट्री होगी।
RBI के नियमों के तहत लिस्टिंग जरूरी
RBI के दिशानिर्देशों के मुताबिक, अपर-लेयर NBFCs को तीन साल के भीतर शेयर बाजार में सूचीबद्ध (लिस्टिंग) होना अनिवार्य है। Tata Capital को सितंबर 2022 में इस श्रेणी में शामिल किया गया था, इसलिए इसे सितंबर 2025 से पहले लिस्ट होना होगा। Tata Capital के अलावा, HDFC Bank की NBFC कंपनी HDB Financial Services भी अपना IPO लाने की तैयारी कर रही है। HDB ने अक्टूबर में अपने ड्राफ्ट पेपर्स दाखिल किए थे, जिसके जरिए वह 12,500 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है।
कब दाखिल होंगे IPO के डॉक्युमेंट्स?
Tata Capital का IPO प्रबंधन Kotak Mahindra Capital और कानूनी सलाहकार Cyril Amarchand Mangaldas देख रहे हैं। हालांकि, ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) दाखिल करने से पहले कंपनी को NCLT से मंजूरी का इंतजार रहेगा। Tata Motors के ग्रुप CFO PB Balaji ने हाल ही में कंपनी की Q3 अर्निंग कॉल में बताया था कि Tata Motors Finance के विलय पर कर्जदाताओं की बैठक पूरी हो चुकी है और अब NCLT के अंतिम आदेश का इंतजार है। यह प्रक्रिया इस वित्त वर्ष के अंत तक पूरी होने की संभावना है।
Tata Motors Finance विलय का असर
जून 2024 में, Tata Capital, Tata Motors Finance और Tata Motors के बोर्ड ने Tata Motors Finance को Tata Capital में विलय करने की मंजूरी दी थी। इसके तहत, Tata Capital अपने शेयर जारी कर Tata Motors Finance के शेयरधारकों को देगा। इस प्रक्रिया के बाद, Tata Motors के पास विलय के बाद बनी नई कंपनी में 4.7% हिस्सेदारी होगी। Tata Capital की पेरेंट कंपनी Tata Sons की इसमें 92.83% हिस्सेदारी है। अब सबकी नजरें NCLT के अंतिम आदेश और IPO की आधिकारिक घोषणा पर टिकी हैं, जो अगले कुछ महीनों में आ सकती है।