71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार: मध्यप्रदेश की फिल्मों ‘12वीं फेल’ और ‘कटहल’ ने बढ़ाया प्रदेश का मान

मध्य प्रदेश का परचम 71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में लहराया!-यह खबर सुनकर हर मध्य प्रदेश वासी के सीने में गर्व की भावना भर गई होगी! जी हाँ, 71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों में मध्य प्रदेश की दो फिल्मों ने कमाल कर दिखाया है। ’12वीं फेल’ और ‘कटहल’ – ये दोनों फिल्में अपने-अपने क्षेत्र में अवार्ड जीतकर प्रदेश का नाम रोशन किया है।
’12वीं फेल’: संघर्ष की कहानी, सफलता का प्रमाण-मुरैना के एक आईपीएस अधिकारी मनोज कुमार शर्मा की संघर्ष भरी ज़िंदगी पर आधारित फिल्म ’12वीं फेल’ को सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म का सम्मान मिला है। यह फिल्म साबित करती है कि सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता, कड़ी मेहनत और लगन ही सफलता की कुंजी है। फिल्म की कहानी युवाओं के लिए एक प्रेरणा है, जो दिखाती है कि मुश्किलों से घबराकर नहीं, बल्कि उनका सामना करके ही सफलता प्राप्त की जा सकती है। मुख्यमंत्री जी ने भी इस उपलब्धि पर खुशी जाहिर की है और इसे युवाओं के लिए प्रेरणादायक बताया है।
‘कटहल’: अनोखी कहानी, शानदार निर्देशन-सतना के लेखक अशोक मिश्रा की लिखी और उनके बेटे यशोवर्धन मिश्रा द्वारा निर्देशित फिल्म ‘कटहल’ को सर्वश्रेष्ठ हिंदी फिल्म का पुरस्कार मिला है। इस फिल्म की अनोखी कहानी और बेहतरीन निर्देशन ने सबका दिल जीत लिया है। यह फिल्म एक ऐसा संदेश देती है जो समाज के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। मुख्यमंत्री जी ने फिल्म की पूरी टीम को बधाई देते हुए कहा कि ऐसी फिल्में ही समाज को बदल सकती हैं और प्रदेश का नाम और ऊँचा कर सकती हैं। यह एक ऐसी उपलब्धि है जिस पर पूरे मध्य प्रदेश को गर्व है।



