सुनीता विलियम्स के भाई की हत्या का मुद्दा फिर उछला, कांग्रेस ने मोदी पर साधा निशाना

सुनीता विलियम्स को पीएम मोदी का न्योता, कांग्रेस ने कसा तंज
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स को भारत आने का न्योता दिया है। यह निमंत्रण तब भेजा गया जब वह नौ महीने के अंतरिक्ष मिशन के बाद अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) से धरती पर लौटने वाली हैं। हालांकि, कांग्रेस ने इस पर तंज कसते हुए एक पुरानी राजनीतिक कड़ी को जोड़ा है। पार्टी ने सुनीता विलियम्स के चचेरे भाई हरन पंड्या का जिक्र किया, जो एक समय में मोदी के कड़े विरोधी और गुजरात के गृह मंत्री रह चुके थे।
हरन पंड्या और मोदी का विवाद
हरन पंड्या की 2003 में हत्या कर दी गई थी, और उनके पिता ने इस हत्या के लिए मोदी को जिम्मेदार ठहराया था। दरअसल, 2002 गुजरात दंगों के दौरान हरन पंड्या ने मीडिया में यह बयान दिया था कि गोधरा ट्रेन कांड के बाद मोदी ने अफसरों के साथ एक बैठक की थी, जिसमें उन्होंने कथित तौर पर “हिंदू गुस्से को बाहर निकलने देने” और “दंगाइयों के रास्ते में न आने” की बात कही थी।
गुजरात सरकार ने नहीं मनाई थी सुनीता विलियम्स की उपलब्धि?
ब्रिटिश अखबार द टेलीग्राफ की एक पुरानी रिपोर्ट के मुताबिक, जब सुनीता विलियम्स ने अंतरिक्ष में ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की थी, तब गुजरात सरकार ने इसे ज्यादा प्रचारित नहीं किया था, जबकि उनके परिवार की जड़ें राज्य में हैं। अब इस मुद्दे को उठाते हुए केरल कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया, जिसमें दावा किया गया कि सुनीता विलियम्स शायद मोदी का पत्र कचरे में फेंक देंगी।
मोदी ने दी सुनीता को बधाई
प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स (Twitter) पर एक पोस्ट में सुनीता विलियम्स और Crew 9 के सदस्यों का स्वागत किया। उन्होंने लिखा—
“उनका यह सफर साहस, हिम्मत और मानवता की असीम शक्ति की परीक्षा रहा है। अंतरिक्ष अन्वेषण इंसानी क्षमता की सीमाओं को आगे बढ़ाने, सपने देखने और उन्हें हकीकत में बदलने का साहस रखने का प्रतीक है। सुनीता विलियम्स ने अपने पूरे करियर में इसी जज़्बे को दर्शाया है।” मोदी ने आगे कहा— “हम उन सभी लोगों पर गर्व करते हैं, जिन्होंने उनकी सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए अथक मेहनत की। उन्होंने दिखाया कि जब तकनीक और जुनून, सटीकता और हिम्मत के साथ मिलते हैं, तो असंभव को भी संभव बनाया जा सकता है।”
राजनीति और अंतरिक्ष की टकराहट
एक तरफ मोदी सुनीता विलियम्स की उपलब्धियों की सराहना कर रहे हैं, तो दूसरी तरफ कांग्रेस इसे राजनीति से जोड़कर सवाल उठा रही है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि सुनीता विलियम्स मोदी के निमंत्रण पर क्या प्रतिक्रिया देती हैं।