यूनियन कार्बाइड वेस्ट: 20 घंटे में मशीन हुई ठंडी, आज फिर जलेगा 10 टन जहरीला कचरा

महू-पीथमपुर: कचरा जलाने में देरी, मशीन ठंडी होने में लगे 20 घंटे
पीथमपुर की री-सस्टेनेबिलिटी कंपनी (पहले रामकी) में मंगलवार को कचरा जलाने की प्रक्रिया शुरू नहीं हो पाई। इसकी वजह यह थी कि मशीन को पूरी तरह ठंडा होने में करीब 20 घंटे लग गए। इसके बाद रातभर मशीन की सफाई और मरम्मत का काम चलता रहा।
मशीन को फिर से गर्म किया जाएगा
अब पहले चरण की तरह ही मशीन को रातभर डीजल पर खाली चलाया जाएगा, जिससे इसका तापमान 800 से 850 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सके। इसके बाद बुधवार दोपहर के बाद कचरा जलाने की प्रक्रिया दोबारा शुरू होगी। इस बार हर घंटे 180 किलो की दर से 55 घंटे में 10 टन कचरा जलाया जाएगा।
ट्रायल के तौर पर शुरू हुआ था कचरा जलाने का काम
भोपाल में 40 साल से पड़े यूनियन कार्बाइड के कचरे के निपटारे के लिए हाई कोर्ट के निर्देश पर ट्रायल के रूप में कचरा जलाने की प्रक्रिया शुरू की गई थी। पहले चरण में 27 फरवरी रात 10 बजे से 28 फरवरी दोपहर 3 बजे तक मशीन को खाली चलाकर 800-850 डिग्री तापमान तक लाया गया, फिर कचरा डाला गया।तीन मार्च को शाम 5:05 बजे आखिरी खेप डाली गई और 5:15 बजे तक 74 घंटे में 10 टन कचरा जला दिया गया। पहले चरण में हर घंटे 135 किलो कचरा जलाया गया था। हाई कोर्ट के आदेश के अनुसार, चार मार्च को दूसरे चरण की प्रक्रिया शुरू की गई।
मशीन ठंडी होने के बाद बंद की गई
सोमवार शाम 5 बजे तक पहला चरण पूरा होने के बाद मशीन का तापमान धीरे-धीरे कम कर इसे बंद कर दिया गया। इसके बाद मशीन को पूरी तरह ठंडा होने में 20 घंटे लग गए। मंगलवार दोपहर को जब मशीन ठंडी हो गई, तो उसकी सफाई और मरम्मत का काम शुरू किया गया, जो देर रात तक चला।
बुधवार दोपहर बाद फिर से जलाया जाएगा कचरा
दूसरे चरण में भी पहले की तरह मशीन को 800-850 डिग्री सेल्सियस तक गर्म किया जाएगा, जिसमें करीब 17 घंटे का समय लग सकता है। मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के इंदौर क्षेत्राधिकारी एसएन द्विवेदी ने बताया कि प्रोटोकॉल के अनुसार मशीन की सफाई और मरम्मत का काम पूरा कर लिया गया है। इसके बाद मशीन को खाली चलाकर तापमान बढ़ाया जाएगा और बुधवार दोपहर के बाद कचरा जलाने की प्रक्रिया फिर से शुरू होगी।