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USAID विवाद: कांग्रेस ने कहा ‘फर्जी खबरों से देश को बदनाम कर रही बीजेपी’, बीजेपी ने राहुल को घेरा

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USAID: यह पूरा मामला अमेरिका से जुड़े वित्त पोषण पर चल रहे विवाद के बीच और गरमाता जा रहा है। कांग्रेस ने रविवार को बीजेपी पर “देशविरोधी काम” करने का आरोप लगाते हुए कहा कि सत्ताधारी पार्टी अमेरिका से “फर्जी खबरें” फैला रही है। कांग्रेस ने यह भी सवाल उठाया कि जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और एलन मस्क बार-बार भारत का अपमान कर रहे हैं, तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस. जयशंकर चुप क्यों हैं? बीजेपी ने कांग्रेस के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए राहुल गांधी को “गद्दार” बताया और उन पर विदेशी ताकतों के साथ मिलकर भारत को कमजोर करने का आरोप लगाया। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने बीजेपी पर तीखा हमला बोलते हुए कहा, “बीजेपी झूठ और अनपढ़ों की बारात है। जिस $21 मिलियन की खबर पर बीजेपी और उनके समर्थक उछल रहे थे, वह पूरी तरह झूठी निकली। यह फंडिंग भारत के लिए नहीं, बल्कि बांग्लादेश के लिए थी।” उन्होंने आगे कहा, “एलन मस्क ने झूठा दावा किया, ट्रंप ने ढाका और दिल्ली को गड़बड़ा दिया, अमित मालवीय ने इसे और फैलाया, फिर बीजेपी के बाकी लोगों ने इसे सच मान लिया।”

रमेश ने दावा किया कि यूएसएआईडी द्वारा भारत के लिए कथित $21 मिलियन की फंडिंग की खबर पूरी तरह फर्जी है। यह रकम असल में बांग्लादेश के लिए थी और इसका एक बड़ा हिस्सा जनवरी 2024 के चुनावों से पहले ही जारी कर दिया गया था।” कांग्रेस नेता ने सवाल उठाया, “बीजेपी को जवाब देना चाहिए कि उसने भारत की लोकतांत्रिक साख को धूमिल करने वाली यह फर्जी खबर क्यों फैलाई? अमेरिका की फर्जी खबरों को आधार बनाकर भारत की विपक्षी पार्टी पर आरोप लगाना क्या देशद्रोह नहीं है?” रमेश ने आगे कहा, “प्रधानमंत्री मोदी और विदेश मंत्री जयशंकर को भी जवाब देना होगा कि जब ट्रंप और मस्क भारत का अपमान कर रहे हैं, तो हमारी सरकार चुप क्यों बैठी है? क्या यह इसलिए हो रहा है कि अदानी के लिए रहम की भीख मांगने में भारत का आत्मसम्मान गिरवी रख दिया गया है?” डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में चौथी बार दावा किया कि बाइडेन प्रशासन ने भारत में मतदाता भागीदारी बढ़ाने के लिए $21 मिलियन की फंडिंग दी थी। इस पर कांग्रेस ने मोदी से अपील की कि वह अपने “दोस्त” ट्रंप से इस झूठे दावे का जोरदार खंडन करवाएं। विपक्षी पार्टी ने मांग की है कि भारत को विकास एजेंसियों, सहायता योजनाओं और बहुपक्षीय मंचों से मिलने वाली धनराशि पर एक विस्तृत “श्व

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