कीर स्टारमर ब्रिटिश प्रधानमंत्री बनेंगे, तो भारत-ब्रिटेन एफटीए का भविष्य क्या होगा?
लेबर नेता कीर स्टारमर के चुनावी घोषणापत्र में भारत के साथ मुक्त व्यापार समझौते की योजना शामिल है, जिसमें साझा मूल्यों और रणनीतिक साझेदारी पर जोर दिया गया है। कीर स्टारमर आधिकारिक तौर पर ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री बन गए हैं, क्योंकि उनकी लेबर पार्टी ने गुरुवार को हुए आम चुनाव में ऋषि सुनक की कंजर्वेटिव पार्टी को हराकर शानदार जीत हासिल की है।
लेबर पार्टी के नेता की पदोन्नति से चल रहे मुक्त व्यापार समझौते की बातचीत पर क्या असर पड़ेगा? यूके-भारत मुक्त व्यापार समझौता कैसे काम करता है? जनवरी 2022 में शुरू हुए भारत-यूके मुक्त व्यापार समझौते (FTA) के लिए बातचीत का उद्देश्य भारत के बड़े और बढ़ते बाजार तक पहुँच प्रदान करके और उच्च टैरिफ बाधाओं को दरकिनार करके आर्थिक संबंधों को मजबूत करना है।
समझौते में माल, सेवाओं, निवेश और बौद्धिक संपदा अधिकारों सहित 26 अध्याय शामिल हैं। भारत और यूके के बीच द्विपक्षीय व्यापार 2022-23 में 20.36 बिलियन डॉलर से बढ़कर 2023-24 में 21.34 बिलियन डॉलर हो गया है। स्टारमर का नेतृत्व चल रहे FTA चर्चाओं को प्रभावित कर सकता है। भारत के साथ मुक्त व्यापार समझौते पर कीर स्टारमर का क्या विचार है? भारत के साथ मुक्त व्यापार समझौते पर कीर स्टारमर की स्थिति लेबर के 2024 के चुनाव घोषणापत्र में बताई गई है, जिसमें “भारत के साथ एक नई रणनीतिक साझेदारी बनाने की योजना की रूपरेखा दी गई है, जिसमें मुक्त व्यापार समझौता, साथ ही सुरक्षा, शिक्षा, प्रौद्योगिकी और जलवायु परिवर्तन में सहयोग को गहरा करना शामिल है।”