ChhattisgarhRaipurState

छत्तीसगढ़ी राजभाषा दिवस की दी बधाई, छत्तीसगढ़ी भासा हमर पुरखौती आए, ये हर हमर अभिमान हे…

बधाई संदेश में कहा है कि “छत्तीसगढ़ी भाखा हमर पुरखौती आए, ये हर हमर अभिमान हे। नवा सरकार बने के बाद ले छत्तीसगढ़ के इही अभिमान ला संजोए अउ आगू बढ़ाए बर हमन काम करत हन। ’जतका मान हमन ला अपन छत्तीसगढ़ महतारी उपर हे ओतके हमर मातृ भासा छत्तीसगढ़ी बर घलो होना चाही। छत्तीसगढ़ी भाखा ला हमन आत्म गौरव संग जोड़के देखबो तभे वो आघू बढ़ही”।

छत्तीसगढ़ी भाषा हिंदी, अवधी और बृज भाषा की समकालीन हैं। राज्य सरकार द्वारा तीज-त्यौहारों और पारंपरिक संस्कारों को बढ़ावा देने के साथ पुरखौती के अमूल्य धरोहरों का परिचय नई पीढ़ी से कराने से छत्तीसगढ़ी भाषा का महत्व और अधिक बढ़ गया है। छत्तीसगढ़ी में बोलने में संकोच करने वाले लोग भी अब छत्तीसगढ़ी में गर्व से बात करते हैं।

छत्तीसगढ़ी भाषा हिंदी, अवधी और बृज भाषा की समकालीन है। राज्य सरकार द्वारा तीज-त्यौहारों और पारंपरिक संस्कारों को बढ़ावा देने के साथ पुरखौती के अमूल्य धरोहरों का परिचय नई पीढ़ी से कराने से छत्तीसगढ़ी भाषा का महत्व और ज्यादा बढ़ गया है।

jeet

Show More

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button