ड्रोन और UAV-अनमैन्ड एरियल व्हीकल, रायपुर में यूनिट लगाएगी
ड्रोन और UAV-अनमैन्ड एरियल व्हीकल का उत्पादन जल्द शुरू होगा। इसके लिए एक कंपनी रायपुर में यूनिट लगाएगी। कंपनी ने राज्य सरकार के अधिकारियों के साथ इसका करार किया है। सरकार ने बायो एथेनॉल उत्पादन करने वाली एक कंपनी के साथ भी करार किया है।प्रदेश में 190 करोड़ रुपए से अधिक का निवेश करने जा रही हैं।
उसके बाद प्रदेश में ड्रोन और UAV उत्पादन यूनिट लगाने के लिए समझौते पर हस्ताक्षर हुए।यह कंपनी 50 करोड़ 95 लाख रुपए का निवेश करेगी। एथेनॉल उत्पादन इकाई स्थापित करने के लिए एनकेजे बायोफ्यूल, दुर्ग ने भी एक एमओयू पर हस्ताक्षर किए।कंपनी की ओर से राजेश गौतम ने हस्ताक्षर किए। एमओयू पर हस्ताक्षर के समय नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिव कुमार डहरिया, लघु वनोपज संघ के प्रबंध संचालक श्याम सुंदर बजाज, रुरल इंडस्ट्री के संचालक अरुण प्रसाद, राज्य औद्योगिक विकास निगम के कार्यकारी संचालक अनिल श्रीवास्तव भी मौजूद थे। बिजनेस समिट में छत्तीसगढ़ के अधिकारियों ने इलेक्ट्रॉनिक्स, लघु वनोपज, हस्तशिल्प और हथकरघा हैं।
छत्तीसगढ़ सरकार के नई औद्योगिक नीति 2019-2024 में उद्योगों की स्थापना से जुड़े नियमों को सरल बनाया है।उद्योगों को विभिन्न स्वीकृतियां प्रदान करने के लिए एकल खिड़की प्रणाली लागू की गई है।कई प्रकार की रियायतें व सुविधाएं प्रदान की जा रही है।सके बाद भी कोरोना संकट की वजह से 2020-21 में अपेक्षाकृत कम निवेश आया। वर्ष 2021-22 में यह निवेश तेजी से बढ़ा। इतना की देसी-विदेशी कंपनियों से निवेश पाने में छत्तीसगढ़ देश के शीर्ष 10 राज्यों में शुमार रहा। छत्तीसगढ़ को मिलने वाला नया निवेश 0.45 लाख करोड़ रुपए पहुंच गया। यह वृद्धि वर्ष 2020-21के मुकाबले 176 प्रतिशत की रही।
सभी मंत्रालय अपने फील्ड के कामों के लिए ड्रोन का इस्तेमाल करेंगे। गांव में लैंड मैपिंग का काम भी ड्रोन से होगा। रक्षा, स्वास्थ्य, मैनुफ़ैक्चरिंग, कार्गो आदि सभी क्षेत्रों में ड्रोन का इस्तेमाल होगा। पीएम मोदी ने नई दिल्ली के प्रगति मैदान में देश के सबसे बड़े ड्रोन उत्सव ”भारत ड्रोन महोत्सव 2022” का उद्घाटन किया था। इस बीच पीएम मोदी ने कार्यक्रम के दौरान किसान ड्रोन पायलटों से बातचीत की और ओपन एयर ड्रोन उड़ान प्रदर्शन का अवलोकन भी किया था।
”ड्रोन टेक्नॉलॉजी को लेकर भारत में अद्भुत उत्साह देखने को मिल रहा है। यह ऊर्जा भारत में ड्रोन सर्विस और ड्रोन आधारित इंडस्ट्री की लंबी छलांग का प्रतिबिंब है। यह भारत में रोजगार सृजन के एक उभरते हुए बड़े सेक्टर की संभावनाएं दिखाती है।”