केंद्र सरकार की सलाह पर प्रदेश ने तीसरी लहर की तैयारी में बड़ा बदलाव किया है, खासकर बच्चों के आईसीयू बेड के मामले में। अभी प्रदेश के 28 जिला अस्पतालों में बच्चों के आईसीयू में तीसरी लहर के लिए 10-10 बेड के हिसाब से 300 से अधिक (रायपुर में 10 से ज्यादा) बिस्तर तैयार कर लिए गए हैं। लेकिन अब इन्हें बढ़ाकर 42-42 बेड किया जा रहा है। रायपुर में जिला अस्पताल का पीआईसीयू (पीडियाट्रिक आईसीयू) 20 बेड का है, जिसे 50 बेड कर दिया जाएगा।
इस तरह, बच्चों के आईसीयू के 1176 नए बेड बढ़ाए जा रहे हैं। इनमें वेंटिलेटर और ऑक्सीजन सपोर्ट भी शामिल है। उधर प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में बड़ों के लिए भी एक हजार से अधिक नए बिस्तर बढ़ाने की नई तैयारी की जा रही है। जिसके तहत अब प्रमुख मेडिकल कॉलेजों से जुड़े अस्पतालों में आईसीयू में 100- 100 अतिरिक्त बिस्तर बढ़ाए जा रहे हैं। कोरोना की दो लहरों में प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में आईसीयू बिस्तरों की कुल संख्या 2953 से अधिक है। जो बढ़कर 3953 से अधिक हो जाएगी। प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों में भी बच्चों के लिए हर जगह रिजर्व बेड की व्यवस्था होगी। सरकार का मानना है कि अभी बच्चों का वैक्सीनेशन शुरु नहीं हुआ है, इस लिहाज से बच्चे सबसे अधिक हाई रिस्क श्रेणी में है। अक्टूबर में बच्चों का वैक्सीनेशन शुरु होने के बाद भी बच्चों की आबादी के पूरा कवरेज करने में बहुत अधिक वक्त लगेगा। इसलिए सावधानी के तौर पर इस तरह की व्यवस्था जरूरी हो गई है।
राजधानी में रविवार को बाद सोमवार को भी लगातार दूसरे दिन कोरोना के तीन नए केस मिले हैं। हैदराबाद से लौटी 55 साल की महिला पॉजिटिव निकली है। पुणे से लौटकर आए 45 साल के कारोबारी भी कोरोना संक्रमित निकले हैं। इसके पहले रविवार को मुंबई से लौटी 47 साल की एक महिला भी कोरोना संक्रमित पाई गई थी। प्रदेश में पिछले 24 घंटे के दौरान 38 नए मरीज मिले हैं। इस दौरान दो मरीजों की मौत भी हुई है। स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलों को एक बार फिर टेस्टिंग बढ़ाने की हिदायत दी है। स्वास्थ्य विभाग पिछली दोनों लहरों के दरमियान त्योहार के बाद टेस्टिंग बढ़ाने पर फोकस किया था।
3.36 लाख से अधिक टीके
प्रदेश में सोमवार को 3.36 लाख से अधिक टीके लगे हैं। 28 जिलों में पहली बार 42 सौ से अधिक वैक्सीन सेंटर बनाए गए हैं। इस लिहाज से हर सेंटर में औसतन 78 से अधिक टीके लगे हैं
प्रदेश में तीसरी लहर की तैयारियों के मद्देनजर जो प्लान में बड़ा बदलाव किया गया है। उसके तहत जहां बच्चों के लिए 1176 से अधिक आईसीयू बिस्तर बढ़ाए जा रहे हैं। वहीं नए प्लान में बड़ों के लिए भी 1 हजार से अधिक आईसीयू के बिस्तर बढ़ाए जाएंगे।