Chhattisgarh

3000 पोल्ट्री कारोबारी पहुंचे रायपुर: आईबी ग्रुप की बड़ी पहल, 2035 तक छत्तीसगढ़ बनेगा ‘प्रोटीन का गढ़’

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रायपुर, 08 अप्रैल 2025 – रायपुर के ओमाया गार्डन होटल में आईबी ग्रुप की तरफ से पोल्ट्री कॉन्क्लेव की शुरुआत हो गई है। पहले दिन का कार्यक्रम खासकर उन लोगों के लिए था जो पोल्ट्री का काम करते हैं। इस मौके पर करीब 3000 ट्रेडर्स पहुंचे थे। पहले दिन इन कारोबारियों को बताया गया कि कैसे आज के नए और आधुनिक तरीकों से अपने पोल्ट्री बिजनेस को और आगे बढ़ाया जा सकता है और इसे बेहतर बनाया जा सकता है। इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आईबी ग्रुप के एमडी बहादुर अली ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2047 तक भारत को विकसित देश बनाने का जो लक्ष्य रखा है, उसमें आईबी ग्रुप भी अपनी तरफ से पूरा सहयोग दे रहा है। उन्होंने बताया कि उनका लक्ष्य है कि 2035 तक छत्तीसगढ़ को “प्रोटीन हब” बना दिया जाए और इसी दिशा में लगातार तेजी से काम हो रहा है। उन्होंने ये भी कहा कि अब तक लाखों लोगों को पोल्ट्री के ज़रिए रोज़गार से जोड़ा जा चुका है। उनका कहना था कि जैसे यूरोप और अमेरिका में लोग प्रोटीन की अहमियत को समझते हैं, वैसे ही हमारे देश में भी लोगों को इसके बारे में जागरूक करना जरूरी है, ताकि सभी लोग सेहतमंद रह सकें।

देश में चिकन प्रोटीन को लेकर लोगों की दिलचस्पी बढ़ी है बहादुर अली ने आगे कहा कि अब भारत में भी लोग चिकन प्रोटीन को लेकर ज्यादा जागरूक हो गए हैं और अब तो बहुत से लोग इसे अपनी रोज़ की डाइट में शामिल कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि केंद्र और राज्य सरकारें भी छोटे और बड़े सभी स्तर के उद्योगों को सपोर्ट कर रही हैं। गांव-गांव तक प्रोटीन पहुंचाने की जो कोशिश चल रही है, उसमें आईबी ग्रुप भी एक अहम रोल निभा रहा है। गांव-गांव में रोज़गार के मौके बना रहा है आईबी ग्रुप आईबी ग्रुप की योजना है कि हर 1500 लोगों के लिए एक चिकन प्रोटीन की दुकान खोली जाए। अभी करीब 300 लोगों की टीम गांवों में जाकर पोल्ट्री फार्म और चिकन प्रोटीन की दुकानों पर काम कर रही है। साथ ही, जो लोग पोल्ट्री का काम करना चाहते हैं, उन्हें ग्रुप सब्सिडी के ज़रिए आगे बढ़ने का मौका भी दे रहा है।

विस्तार की प्लानिंग से पूरा होगा टारगेट आईबी ग्रुप ने यह भी बताया कि उनकी योजना के तहत 1000 गाड़ियों पर सब्सिडी दी जाएगी और इसके लिए अगले तीन सालों में करीब 21 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इसके साथ ही अगर कोई अपने कारोबार को “चिकन प्रोटीन सेंटर” जैसा नाम देता है, तो इससे लोगों का भरोसा भी बढ़ेगा और प्रोफेशनल अंदाज़ भी बनेगा। पोल्ट्री में टेक्नोलॉजी ज़रूरी है – ज़ोया आफरीन कार्यक्रम में आईबी ग्रुप की डायरेक्टर ज़ोया आफरीन आलम ने पोल्ट्री कारोबारियों से कहा कि अगर उन्हें अपने काम को और बेहतर करना है तो टेक्नोलॉजी को अपनाना बहुत ज़रूरी है। उन्होंने बताया कि आज के समय में अगर किसी को इंटरनेशनल लेवल पर काम करना है तो एडवांस पोल्ट्री सिस्टम की जरूरत है। दूसरे दिन जुड़ेंगे देशभर के पोल्ट्री किसान पोल्ट्री कॉन्क्लेव के दूसरे दिन देश के अलग-अलग कोनों से आए पोल्ट्री किसान भी इस आयोजन का हिस्सा बनेंगे। उन्हें बताया जाएगा कि किस तरह से आज के समय की आधुनिक पोल्ट्री तकनीकों से देश में प्रोटीन की जरूरतों को पूरा किया जा सकता है और लोगों तक अच्छी सेहत पहुंचाई जा सकती है।

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