इंदौर एयरपोर्ट ने यात्री सुविधाओं में सुधार कर हासिल की दूसरी रैंक
इंदौर: देवी अहिल्याबाई होलकर एयरपोर्ट ने साल 2024 की आखिरी तिमाही में अपनी यात्री सुविधाओं में सुधार करके देश में दूसरा स्थान हासिल किया है। यह रैंकिंग हाल ही में जारी एयरपोर्ट सर्विस क्वालिटी (एएसक्यू) की सर्वे रिपोर्ट में मिली है। इस सर्वे में 31 सुविधाओं का मूल्यांकन किया गया, जिसमें इंदौर एयरपोर्ट को 29 सुविधाओं में बेहतरीन अंक मिले। केवल दो सुविधाओं पर पिछली तिमाही से कम अंक मिले हैं। छह सुविधाएं ऐसी थीं, जहां यात्रियों ने पूरी पांच अंक दिए। त्रिची एयरपोर्ट से महज 0.01 अंक कम
एयरपोर्ट काउंसिल इंटरनेशनल (एसीआई) द्वारा जारी एयरपोर्ट सर्विस क्वालिटी (एसक्यू) सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक, इंदौर एयरपोर्ट को इस तिमाही में 4.96 अंक मिले हैं, जो कि पहले स्थान पर रहे त्रिची एयरपोर्ट से केवल 0.01 अंक कम है। साल 2024 की पहली और दूसरी तिमाही में इंदौर एयरपोर्ट टॉप-10 से बाहर था और 12वें स्थान पर था, लेकिन तीसरी और चौथी तिमाही में यात्री सुविधाओं में सुधार के बाद इंदौर एयरपोर्ट ने लगातार दो तिमाहियों में यह बेहतर प्रदर्शन किया और दूसरे स्थान पर पहुंच गया।
एयरपोर्ट डायरेक्टर वीके सेठ का कहना है कि वे यात्रियों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। इस तिमाही में जिन सुविधाओं में कम अंक मिले हैं, वहां भी सुधार किया जाएगा ताकि इंदौर पहले स्थान पर आ सके। दो सुविधाओं में कम अंक एयरपोर्ट पर सिर्फ दो सुविधाएं – स्वच्छता और वातावरण – ऐसी रही हैं, जिनमें अंक कम मिले हैं। इन दोनों में तीसरी तिमाही से 0.01 अंक कम मिले। अगर यहां भी अंक बढ़ते, तो इंदौर पहले स्थान पर पहुंच सकता था। वहीं, छह सुविधाएं – सुरक्षा स्क्रीनिंग की आसानी, पासपोर्ट नियंत्रण पर प्रतीक्षा समय, पासपोर्ट नियंत्रण स्टाफ की शिष्टता, अन्य उड़ानों के कनेक्शन में आसानी, वाशरूम-टायलेट की स्वच्छता, और रेस्तरां-बार-कैफे की सुविधा – में पूरी पांच अंक मिले। जांच सुविधाओं में सुधार इंदौर एयरपोर्ट ने पिछले छह महीनों में जांच सुविधाओं को बेहतर किया है। डिजियात्रा की शुरुआत से यात्रियों की जांच प्रक्रिया को फेस आधारित बना दिया गया है। इसके अलावा, नया लाइन बैगेज सिस्टम शुरू होने से लगेज की जांच प्रक्रिया को भी आसान किया गया है। अब चेक-इन काउंटर से पहले सामान की जांच नहीं करनी पड़ती, यात्री सीधे चेक-इन काउंटर पर अपना सामान देते हैं और वह कन्वेयर बेल्ट के जरिए सिस्टम से गुजरता है। इससे यात्रियों को बार-बार सामान उठाने की जरूरत नहीं पड़ती।