शशि प्रभु की मौत से रो पड़े गोविंदा, क्या है इसके पीछे की पूरी कहानी?

गोविंदा पर टूटा दुखों का पहाड़, करीबी दोस्त और सेक्रेटरी का हुआ निधन
बॉलीवुड के जाने-माने एक्टर गोविंदा इन दिनों मुश्किल दौर से गुजर रहे हैं। पहले से ही उनकी पर्सनल लाइफ में उथल-पुथल मची हुई थी और अब एक और बड़ा झटका लग गया है। कुछ समय पहले तलाक की अफवाहों ने उन्हें परेशान कर रखा था और अब उन्होंने अपने बेहद करीबी इंसान को खो दिया है।
सेक्रेटरी शशि प्रभु के निधन से सदमे में गोविंदा
खबरों के मुताबिक, गोविंदा के सेक्रेटरी शशि प्रभु का निधन हो गया है। वह लंबे समय से उनके साथ काम कर रहे थे और दोनों के बीच सिर्फ प्रोफेशनल ही नहीं, बल्कि दोस्ती का भी गहरा रिश्ता था। गोविंदा उनके अंतिम संस्कार में पहुंचे, जहां वह खुद को रोक नहीं पाए और फूट-फूटकर रोने लगे। इस इमोशनल पल का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें गोविंदा को गमगीन हालत में देखा जा सकता है।
स्ट्रगल के दिनों में थे गोविंदा के सबसे बड़े सपोर्टर
शशि प्रभु सिर्फ एक सेक्रेटरी नहीं, बल्कि गोविंदा के करियर के अहम हिस्सेदार थे। उनके संघर्ष के दिनों में उन्होंने गोविंदा का पूरा साथ दिया और हमेशा उनके लिए खड़े रहे। उनकी मदद और सपोर्ट से ही गोविंदा को करियर में मजबूती मिली। ऐसे में उनका अचानक चले जाना गोविंदा के लिए किसी बड़े सदमे से कम नहीं है।
तलाक की खबरों के बीच गोविंदा का बचाव कर रहे थे शशि प्रभु
हाल ही में जब गोविंदा और उनकी पत्नी सुनीता आहूजा के तलाक की अफवाहें उड़ रही थीं, तब शशि प्रभु ही वो शख्स थे, जिन्होंने इन खबरों को गलत बताते हुए गोविंदा का बचाव किया था। उन्होंने साफ कहा था कि गोविंदा और सुनीता के रिश्ते में कोई दिक्कत नहीं है और ये सारी अफवाहें बेबुनियाद हैं।
शशि प्रभु की अचानक मौत से हर कोई हैरान
उनकी मौत के बाद कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शशि प्रभु हार्ट से जुड़ी समस्याओं से जूझ रहे थे और हाल ही में उनकी बाईपास सर्जरी भी हुई थी। हालांकि, उनकी अचानक मौत ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं और लोग इसके पीछे कई तरह की कहानियां बना रहे हैं।
गोविंदा के लिए एक और बड़ा झटका
पहले पर्सनल लाइफ की परेशानियां, फिर तलाक की अफवाहें और अब करीबी दोस्त की मौत— ये सारी चीजें मिलकर गोविंदा के लिए बहुत भारी पड़ रही हैं। शशि प्रभु का जाना उनके लिए सिर्फ एक प्रोफेशनल लॉस नहीं, बल्कि भावनात्मक रूप से भी बहुत बड़ा नुकसान है।