कोलकाता लॉ कॉलेज गैंगरेप मामला: मुख्य आरोपियों की पुलिस हिरासत 8 जुलाई तक बढ़ी

कोलकाता लॉ कॉलेज गैंगरेप मामला: सच्चाई की तलाश-यह मामला कोलकाता के एक लॉ कॉलेज में हुआ है जिसने पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया है। एक छात्रा के साथ हुई दरिंदगी की इस घटना ने न सिर्फ पीड़िता के परिवार को, बल्कि समाज को भी गहराई से प्रभावित किया है।
गिरफ्तार आरोपी और आगे की कार्रवाई-चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें तीन मुख्य आरोपी हैं: मनोजित मिश्रा (कॉलेज का पूर्व छात्र और अस्थायी कर्मचारी), जैब अहमद और प्रमित मुखर्जी (दोनों वर्तमान छात्र)। चौथा आरोपी कॉलेज का सुरक्षा गार्ड पिनाकी बनर्जी है। तीनों मुख्य आरोपियों की पुलिस हिरासत आठ दिनों के लिए बढ़ा दी गई है। पुलिस जांच में इनसे पूछताछ जारी है और सुरक्षा गार्ड की जमानत याचिका भी खारिज कर दी गई है।
जांच में सहयोग और न्याय की मांग-आरोपियों के वकीलों का कहना है कि उनके मुवक्किल जांच में पूरा सहयोग कर रहे हैं। उन्होंने अदालत से निष्पक्ष सुनवाई की अपील की है और मीडिया से अपील की है कि आरोप सिद्ध होने से पहले ही उनकी छवि खराब न की जाए। इस घटना ने समाज में महिलाओं की सुरक्षा पर फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं, और पीड़िता और आरोपियों दोनों के लिए न्याय की मांग उठ रही है।
मीडिया ट्रायल से बचने की अपील-बचाव पक्ष ने मीडिया से अपील की है कि आरोप सिद्ध होने से पहले ही आरोपियों की छवि खराब न की जाए और न्यायिक प्रक्रिया पूरी होने से पहले ही किसी को दोषी न ठहराया जाए। यह अपील इस बात पर ज़ोर देती है कि मीडिया ट्रायल न्यायिक प्रक्रिया को प्रभावित कर सकता है।
आगे का रास्ता-यह मामला न केवल पीड़िता के लिए न्याय दिलाने, बल्कि समाज में महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। उम्मीद है कि जांच एजेंसियां इस मामले में जल्द ही सच्चाई सामने लाएंगी और दोषियों को सज़ा मिलेगी।



