बड़ेगा बहनों का मान, लाड़ली बहना योजना एक हजार रुपये प्रतिमाह का लाभ… 25 मार्च से आवेदन

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि लाड़ली बहना योजना मेरे दिल से निकली योजना है। बहनें मजबूत होंगी तो परिवार, समाज, राज्य और देश मजबूत होगा। बहनों के जीवन को सरल और सुखद बनाना ही मेरे जीवन का लक्ष्य है। बहनों को उनकी छोटी-मोटी जरूरतों और आर्थिक जरूरत के लिए परेशान न किया जाए, इसलिए प्रत्येक बहनों को हर महीने एक-एक हजार रुपये देने की योजना में व्यवस्था की गई है। जिन परिवारों की वार्षिक आय 2.5 लाख रुपये से कम है, जिनके पास 5 एकड़ से कम जमीन है और जिन परिवारों में कोई आयकर दाता नहीं है, उनकी 23 से 60 वर्ष की आयु की बहनें योजना के लिए पात्र हैं। योजना में परिवार यानी पति, पत्नी और बच्चे। यह राशि बहनों को प्रदान करने से बहनों के साथ-साथ पूरे परिवार को भी लाभ मिलेगा। योजना के लिए आवेदन 25 मार्च से 30 अप्रैल तक भरे जाएंगे। मई माह में आवेदनों की जांच की जाएगी और पहली किश्त 10 जून को बहनों के बैंक खातों में जमा कराई जाएगी। जिन बहनों के बैंक खाते नहीं हैं, उन्हें भी खाता खुलवाने में मदद की जाएगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान भोपाल के जंबोरी मैदान में आयोजित विशाल सम्मेलन में योजना का शुभारंभ कर रहे थे. प्रदेश के सभी गांव व वार्डों को कार्यक्रम से वर्चुअली जोड़ा गया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि योजना के क्रियान्वयन में महिलाओं को कोई परेशानी न हो इसके लिये राज्य सरकार द्वारा विशेष व्यवस्था की गयी है. हमारे देश में मां, बहन और बेटी का हमेशा से सम्मान रहा है। हमारे यहाँ बेटियों और बहनों को दुर्गा, लक्ष्मी और सरस्वती के रूप में माना जाता है। देवता और भगवान का नाम लेने में भी लक्ष्मी जी और सीता जी का नाम सबसे पहले लिया जाता है अर्थात स्त्री पहले होती है। समय के साथ परिस्थितियां बदलीं और महिलाएं भेदभाव का शिकार हुईं।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बचपन से ही बहन-बेटियों के प्रति भेदभाव देखकर मुझे पीड़ा होती थी. सार्वजनिक जीवन में सक्रिय रहने के साथ-साथ मेरा प्रयास रहा है कि बेटी को बोझ नहीं बल्कि वरदान माना जाए। नतीजा यह हुआ कि विधायक बनते ही उन्होंने अपने साथियों के सहयोग से बेटियों की शादी करानी शुरू कर दी और मुख्यमंत्री बनते ही उन्होंने सबसे पहले कन्या विवाह योजना बनाकर उसका क्रियान्वयन सुनिश्चित किया. मेरा संकल्प था कि मध्यप्रदेश की धरती पर जन्मी बेटी करोड़पति बने। इसी संकल्प से लाड़ली लक्ष्मी योजना ने मूर्त रूप लिया। इसके बाद बेटियों की पढ़ाई में मदद के लिए किताब, यूनिफॉर्म, साइकिल आदि की व्यवस्था की गई। संबल योजना के तहत मजदूरों को बहन, बेटा और बेटी के जन्म के बाद आराम मिल सके इसके लिए जन्म से पहले 4 हजार रुपये और जन्म के बाद 12 हजार रुपये देने की व्यवस्था की गई है. बहनों के लिए गांव बेटी, प्रतिभा किरण और प्रसूति सहायता योजना बनाई गई। बहन-बेटियों को प्रगति के समान अवसर देना मेरा सपना था। इन योजनाओं के सफल क्रियान्वयन से मेरा मुख्यमंत्री बनना सार्थक हुआ।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने योजना के शुभारंभ कार्यक्रम में शामिल होने आयी बहनों का पुष्पवर्षा कर स्वागत किया. कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्यमंत्री श्री चौहान ने दीप प्रज्वलित कर बालिकाओं और बहनों का सम्मान करते हुए किया. मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में सभी कार्यक्रमों का शुभारंभ कन्या पूजन से होता है। मुझे अपनी बहनों में देवी दुर्गा, सरस्वती और लक्ष्मी का रूप दिखाई देता है। आज के कार्यक्रम की शुरुआत बहनों के सम्मान से की जा रही है. मुख्यमंत्री श्री चौहान ने महिलाओं को शाल एवं पोषाहार दलिया भेंट कर सम्मानित किया। बहनों ने मुख्यमंत्री श्री चौहान का तिलक, श्रीफल, शाल, आरती, मिठाई और पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत किया। मुख्यमंत्री के सम्मान में अभिनंदन पत्र का वाचन भी किया गया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने रिमोट का बटन दबाकर योजना के लोगो, थीम सॉन्ग और ब्रोशर का विमोचन किया। उन्होंने योजना की आवेदन प्रक्रिया पर बनी एक लघु फिल्म का भी विमोचन किया। योजना में आवेदन की प्रक्रिया से बहनों को अवगत कराने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्वयं बहन कविता का आवेदन भरा और उन्हें पावती भी दी. इस प्रक्रिया में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि आवेदन के लिए समग्र पहचान संख्या एवं आधार संख्या आवश्यक है। मूल निवासी और आय प्रमाण पत्र आदि की आवश्यकता नहीं है। श्रीमती मनीषा रैकवार ने लाडली बहना योजना के संबंध में अपने विचार व्यक्त किए। योजना पर नृत्य नाटिका भी प्रस्तुत की गई।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि लाड़ली बहना योजना बहनों का सम्मान बढ़ाने का महायज्ञ है। योजना में आवेदन करने के लिए बहनों को कहीं जाने की जरूरत नहीं है। हर छठ में शिविरों का आयोजन किया जाएगा
आवेदन भरने में मदद करने की जिम्मेदारी हर वार्ड व स्टाफ को दी जाएगी। ग्रामीण व शहरी क्षेत्र के वार्डों में लगने वाले शिविरों की सूचना पहले से दी जाएगी। बहनों, योजना का लाभ लेने के लिए किसी बिचौलिए और दलाल के झांसे में न आएं। किसी प्रकार की कठिनाई होने पर फोन नंबर 181 पर सूचना देनी चाहिए।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि राज्य सरकार बहन-बेटियों को सुरक्षा, सम्मान और प्रगति के हर अवसर देने के लिए संकल्पित है. बहन-बेटियों को प्रताड़ित करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जा रही है। इसी क्रम में शराब दुकान के पास के परिसर को बंद कर दिया गया है. महिला सशक्तिकरण की दिशा में अगला कदम उठाते हुए बहन-बेटियों की सुरक्षा के लिए “लाड़ली बहना सेना” का भी गठन किया जाएगा। सरकारी स्कूल में बारहवीं कक्षा में प्रथम आने वाली बालिका को ई-स्कूटी उपलब्ध कराई जाएगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रगति और विकास की प्रक्रिया में सक्रिय रूप से भाग लेने का संकल्प लिया



