सोने और चांदी के रेकॉर्ड तोड़ रिटेल: निवेशकों में बढ़ी उत्सुकता

सोने-चांदी के भावों में तूफानी तेजी: निवेशकों के लिए क्या है खुशखबरी?
सोना पहुंचा नई ऊंचाइयों पर, क्या है इसके पीछे का राज?-मंगलवार को सोने ने घरेलू वायदा बाजार में फिर से अपना दम दिखाया और 10 ग्राम का भाव 520 रुपये बढ़कर 1,12,750 रुपये के स्तर को पार कर गया। अक्टूबर डिलीवरी वाले सोने के वायदा में 0.46% की बढ़ोतरी देखी गई, जबकि दिसंबर डिलीवरी का कॉन्ट्रैक्ट 1,13,750 रुपये पर बंद हुआ। जानकारों का मानना है कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद और सुरक्षित निवेश के तौर पर सोने की बढ़ती मांग, इन कीमतों को लगातार ऊपर ले जा रही है। इसके अलावा, डॉलर के मुकाबले रुपये का कमजोर होना भी सोने की घरेलू कीमतों में इस उछाल का एक अहम कारण बना है। यह सब मिलकर सोने को निवेशकों के लिए एक आकर्षक विकल्प बना रहे हैं, जो अनिश्चित समय में अपनी पूंजी को सुरक्षित रखना चाहते हैं। ऐसे में, सोने में निवेश करने वालों के लिए यह एक अच्छा संकेत हो सकता है।
चांदी भी पीछे नहीं, रिकॉर्ड तोड़ रफ्तार जारी!-सिर्फ सोना ही नहीं, चांदी ने भी अपनी चमक बिखेरी है और भावों में तेज बढ़त दर्ज की है। दिसंबर डिलीवरी के लिए चांदी का वायदा 461 रुपये यानी 0.34% बढ़कर 1,34,016 रुपये प्रति किलोग्राम के आंकड़े तक पहुंच गया। वहीं, मार्च डिलीवरी वाले वायदा में 508 रुपये का इजाफा हुआ और यह 1,35,397 रुपये पर बंद हुआ। विश्लेषकों के मुताबिक, फेडरल रिजर्व की तरफ से ब्याज दरें घटाने की संभावना, दुनिया भर में चल रहे भू-राजनीतिक तनाव और विभिन्न देशों के केंद्रीय बैंकों द्वारा लगातार की जा रही सोने-चांदी की खरीद, चांदी की मांग को और मजबूत बना रही है। एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) में अच्छा निवेश और सुरक्षित निवेश की ओर लोगों का झुकाव भी चांदी की इस रफ्तार में अहम भूमिका निभा रहा है। यह सब मिलकर चांदी को भी एक बेहतरीन निवेश का मौका दे रहे हैं।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी रौनक, पर निवेशकों की नजरें इन पर टिकीं!-अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोने की चाल तेज रही। दिसंबर डिलीवरी के लिए सोने का भाव 3,794.82 डॉलर प्रति औंस के स्तर तक पहुंच गया। दुनिया भर के निवेशक अब अमेरिकी फेडरल रिजर्व के प्रमुख जेरोम पॉवेल के आने वाले बयानों का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। साथ ही, शुक्रवार को जारी होने वाले पर्सनल कंजम्प्शन एक्सपेंडिचर (PCE) प्राइस इंडेक्स के आंकड़े भी बहुत महत्वपूर्ण होंगे, क्योंकि ये तय करेंगे कि आगे मौद्रिक नीति किस दिशा में जाएगी। दूसरी ओर, चांदी के भाव में थोड़ी नरमी दिखी और यह 44.19 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुई। विशेषज्ञों का कहना है कि रूस-यूक्रेन युद्ध और मध्य पूर्व में जारी तनाव जैसी वैश्विक घटनाएं, लोगों को सुरक्षित निवेश की ओर धकेल रही हैं, जिसकी वजह से सोने और चांदी जैसी कीमती धातुओं में इतनी बड़ी गिरावट नहीं आ पा रही है।
निवेशकों के लिए खास सलाह: क्या अब सोना-चांदी में लगाएं पैसा?-सोने और चांदी की कीमतों में यह लगातार आ रही तेजी साफ तौर पर यह बता रही है कि निवेशकों के लिए कीमती धातुओं में निवेश करना अभी भी काफी फायदेमंद साबित हो रहा है। अगर आप भी अपनी मेहनत की कमाई को सुरक्षित रखना चाहते हैं और लंबी अवधि के लिए एक अच्छा निवेश विकल्प तलाश रहे हैं, तो मौजूदा समय में सोना और चांदी आपके लिए एक बेहतरीन मौका हो सकते हैं। यह धातुएं आर्थिक अनिश्चितताओं के दौर में एक मजबूत सहारा साबित होती हैं और आपकी पूंजी को सुरक्षित रखने में मदद कर सकती हैं। इसलिए, अगर आप सोच-समझकर निवेश करते हैं, तो यह आपके लिए निश्चित रूप से लाभकारी हो सकता है।



