Politics

पैरोडी गीत पर सियासी घमासान: ‘पोट्टिये केट्टिये’ को हटाने की मांग पर मेटा को विपक्ष का पत्र

51 / 100 SEO Score

केरल में अभिव्यक्ति की आज़ादी पर बड़ा विवाद: मेटा को वी.डी. सतीशन का पत्र- केरल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष वी.डी. सतीशन ने सोशल मीडिया कंपनी मेटा को पत्र लिखकर साफ कहा है कि ‘पोट्टिये केट्टिये’ नामक पैरोडी गीत के लिंक को बिना कोर्ट के आदेश के हटाया न जाए। यह पत्र ऐसे समय में आया है जब पुलिस की ओर से इस गीत के लिंक हटाने की कोशिशें हो रही हैं, जिससे राज्य की राजनीति में गर्माहट बढ़ गई है।

कोर्ट के आदेश के बिना कंटेंट हटाने पर सवाल- वी.डी. सतीशन ने अपने पत्र में जोर देकर कहा कि बिना न्यायिक आदेश के किसी भी कंटेंट को हटाना नागरिकों के मौलिक अधिकारों का उल्लंघन है। उन्होंने मेटा को याद दिलाया कि इस मामले में अभी तक कोई कोर्ट का फैसला या आदेश नहीं आया है, इसलिए बिना कानूनी प्रक्रिया के कोई कार्रवाई करना गलत मिसाल बनेगा।

सुप्रीम कोर्ट के फैसलों का हवाला- सतीशन ने सुप्रीम कोर्ट के फैसलों का जिक्र करते हुए बताया कि अभिव्यक्ति की आज़ादी को तब तक सीमित नहीं किया जा सकता जब तक कानून के उल्लंघन को स्पष्ट रूप से साबित न किया जाए। उन्होंने कहा कि केवल दबाव या अंदाजे पर कंटेंट हटाना लोकतंत्र के खिलाफ है और इससे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर चोट पहुंचेगी।

पैरोडी और व्यंग्य भी अभिव्यक्ति का हिस्सा- सतीशन ने कहा कि पैरोडी और व्यंग्य लोकतांत्रिक समाज में अभिव्यक्ति के मान्य और सुरक्षित रूप हैं। ऐसे कामों पर रोक तभी लगाई जा सकती है जब पूरी कानूनी प्रक्रिया पूरी हो। उन्होंने चेताया कि प्रशासनिक या पुलिस के अनुरोध पर कंटेंट हटाना ‘प्री-सेंसरशिप’ जैसा होगा, जो गलत परंपरा को जन्म देगा।

कलाकारों को हो सकता है अपूरणीय नुकसान- पत्र में यह भी कहा गया कि बिना कोर्ट के आदेश के कंटेंट हटाने से गीत से जुड़े कलाकारों को बड़ा नुकसान हो सकता है। सतीशन ने मेटा से अपील की कि जब तक सक्षम अदालत का स्पष्ट निर्देश न आए या कंटेंट कंपनी के कम्युनिटी स्टैंडर्ड का उल्लंघन न करे, तब तक कोई लिंक न हटाया जाए।

सबरीमाला केस से जुड़ा विवादित गीत- यह पैरोडी गीत भगवान अयप्पा को समर्पित एक लोकप्रिय भक्ति गीत पर आधारित है, जिसमें सबरीमाला सोना गुमशुदगी मामले और मुख्य आरोपी उन्नीकृष्णन पोट्टी का जिक्र है। हालिया स्थानीय चुनावों में यूडीएफ और बीजेपी ने इसे प्रचार में इस्तेमाल किया, जिससे विवाद और बढ़ गया।

पुलिस कार्रवाई पर विपक्ष का कड़ा विरोध- गीत के लेखक और गायक के खिलाफ साइबर क्राइम विंग ने धार्मिक भावनाएं आहत करने के आरोप में केस दर्ज किया है। कांग्रेस नेतृत्व वाले यूडीएफ ने इस कार्रवाई की कड़ी आलोचना की है और इसे कलात्मक स्वतंत्रता पर हमला बताया है। विपक्ष ने कलाकारों को हर कानूनी और राजनीतिक मदद देने का भरोसा भी दिया है।

मुख्यमंत्री पर भी विपक्ष ने साधा निशाना- विपक्ष ने मुख्यमंत्री पिनराई विजयन पर भी सवाल उठाए हैं कि उन्होंने पुलिस को इस तरह का मामला दर्ज करने की छूट देकर वाम सरकार उसी रास्ते पर चल रही है, जिस पर वह संघ परिवार पर आरोप लगाती रही है। इस पूरे विवाद ने केरल की राजनीति में अभिव्यक्ति की आज़ादी को लेकर नई बहस छेड़ दी है।

Show More

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button