राहुल गांधी के आरोपों पर अनुराग ठाकुर का हमला: लोकतंत्र को कमजोर करने की कोशिश?

राहुल गांधी के तीखे बोल: क्या ये लोकतंत्र पर सवाल हैं या सिर्फ़ सियासी चाल?
बीजेपी का करारा जवाब: ‘ये तो फुलझड़ी है, हाइड्रोजन बम नहीं!’
चुनाव आयोग पर सवाल या देश को कमज़ोर करने की कोशिश?-हाल ही में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मतदाता सूची से नाम हटने के मुद्दे पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस पर पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने पलटवार करते हुए कहा कि राहुल गांधी लगातार चुनाव आयोग और अन्य संवैधानिक संस्थाओं पर सवाल उठाकर हमारे प्यारे लोकतंत्र को कमज़ोर करने की कोशिश कर रहे हैं। ठाकुर का सीधा आरोप है कि राहुल गांधी का असली मकसद देश में अशांति फैलाना है, और यह रवैया तो ऐसे है जैसे वे ‘घुसपैठियों के एजेंडे’ को बढ़ावा दे रहे हों। उन्होंने तो यहाँ तक कह दिया कि अगर यह सब ऐसे ही चलता रहा, तो भारत की हालत भी बांग्लादेश या नेपाल जैसी हो सकती है। यह वाकई चिंताजनक बात है।
‘लोकतंत्र की नींव पर वार’ या सिर्फ़ ‘जनता को गुमराह’ करने का खेल?-अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी के इस कदम को लोकतंत्र की नींव पर सीधा वार बताया। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग अपना काम पूरी निष्पक्षता से कर रहा है, लेकिन राहुल गांधी बिना किसी सबूत के आरोप लगाकर लोगों को भरमा रहे हैं। ठाकुर का मानना है कि लोकतंत्र के सबसे अहम स्तंभों पर ऐसे सवाल उठाना हमारे देश के लिए बहुत खतरनाक साबित हो सकता है। यह ऐसा है जैसे हम खुद ही अपने घर की नींव को हिला रहे हों।
‘हाइड्रोजन बम नहीं, बस एक फुलझड़ी!’-अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में ठाकुर ने राहुल गांधी के बयान पर तंज कसते हुए कहा कि यह कोई ‘हाइड्रोजन बम’ जैसा बड़ा धमाका नहीं था, बल्कि यह तो बस एक ‘फुलझड़ी’ से ज़्यादा कुछ नहीं था। उन्होंने तो यहाँ तक पूछ लिया कि क्या कांग्रेस ने 2023 में आनंद सीट पर ‘वोट चोरी’ करके जीत हासिल की थी? बीजेपी का कहना है कि विपक्ष सिर्फ़ अपने राजनीतिक फायदे के लिए झूठे इल्ज़ाम लगाने की राह पर चल पड़ा है, जो कि सही नहीं है।
आरोप लगाना तो जैसे आदत बन गई है!-अनुराग ठाकुर ने यह भी कहा कि राहुल गांधी और पूरी कांग्रेस पार्टी बिना किसी आधार के आरोप लगाने की आदत सी बना चुके हैं। जब उनसे सबूत मांगे जाते हैं, तो वे पीछे हट जाते हैं। ठाकुर ने बताया कि जब चुनाव आयोग उनसे हलफनामा (शपथपत्र) देने को कहता है, तो कांग्रेस के नेता मुकर जाते हैं। ठाकुर के अनुसार, यह कांग्रेस की पुरानी चाल बन गई है कि पहले तो बिना किसी प्रमाण के बड़े-बड़े आरोप लगा दो, और फिर बाद में मुकर जाओ।
चुनाव आयोग के बचाव में बीजेपी-बीजेपी नेता ने मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार का भी पुरजोर बचाव किया। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग बिल्कुल निष्पक्ष होकर काम कर रहा है, और ऐसे संस्थानों पर सवाल उठाना बिल्कुल भी सही नहीं है। ठाकुर ने यह भी याद दिलाया कि पहले भी कुछ मुख्य चुनाव आयुक्त ऐसे रहे हैं जिनका कांग्रेस से जुड़ाव रहा है। उदाहरण के तौर पर, एम.एस. गिल यूपीए सरकार में मंत्री रह चुके हैं, और टी.एस. शेषन ने तो कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा का चुनाव भी लड़ा था।
बीजेपी का सीधा संदेश: ‘लोकतंत्र मज़बूत है!’-बीजेपी ने राहुल गांधी के इन नए आरोपों को महज़ एक सियासी पैंतरा बताया है। पार्टी का मानना है कि विपक्ष लगातार हमारी लोकतांत्रिक संस्थाओं को बदनाम करने की कोशिश कर रहा है, ताकि आम जनता के मन में भ्रम पैदा हो सके। ठाकुर का यह भी दावा है कि हमारा भारतीय लोकतंत्र बहुत मज़बूत है, और जनता ऐसे झूठे आरोपों से आसानी से गुमराह नहीं होगी। उन्होंने कांग्रेस को यह समझने की सलाह दी कि लोकतंत्र को कमज़ोर करने वाली राजनीति ज़्यादा समय तक नहीं टिक सकती।



