Bhupesh Baghel का प्लान फेल, EVM हैकिंग का शक जानिए कितने लोगों ने भरा नामांकन ?

Bhupesh Baghel Ballot paper formula in case of EVM hacking: ईवीएम हैकिंग के संदेह का समाधान ढूंढने की पूर्व सीएम भूपेश बघेल की पूरी योजना अब फेल हो गई है. सबसे बड़ी बात तो यह है कि उन्होंने जो योजना बनायी, उसे अपने ही विधानसभा क्षेत्र में लागू नहीं कर पाये.
दरअसल, पूर्व सीएम की योजना थी कि हर लोकसभा क्षेत्र में 384 से ज्यादा उम्मीदवार चुनाव लड़ें, ताकि पूरा चुनाव बैलेट पेपर से कराया जा सके. गुरुवार को अपराह्न तीन बजे नामांकन समाप्त होने के बाद कुल 23 प्रत्याशी ही मैदान में उतरे हैं.
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ की राजनांदगांव लोकसभा सीट दूसरे चरण के मतदान की सबसे हाईप्रोफाइल सीटों में से एक है. इधर, नामांकन पत्र जमा करने की अंतिम तिथि से पहले 200 से अधिक उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र खरीद लिया था. इससे सरकारी अमला भी काफी बेचैन हो गया। माना जा रहा था कि आखिरी दिन 200 से ज्यादा उम्मीदवार नामांकन दाखिल करेंगे, लेकिन आखिरी दिन एक चौंकाने वाली बात सामने आई।
मात्र 23 प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किया
राजनांदगांव लोकसभा सीट के लिए दूसरे चरण के चुनाव के लिए नामांकन गुरुवार को समाप्त हो गया। राजनांदगांव जिला निर्वाचन कार्यालय में कुल 23 अभ्यर्थियों ने नामांकन दाखिल किया.
जिला सहायक निर्वाचन अधिकारी खेम लाल वर्मा ने बताया कि राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र में दूसरे चरण के चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने के आखिरी दिन भाजपा-कांग्रेस सहित अन्य क्षेत्रीय दलों और निर्दलीय उम्मीदवारों सहित कुल 23 उम्मीदवारों ने अपना नामांकन दाखिल किया. कागजात. कर चुके है।
उन्होंने बताया कि कुल 244 लोगों ने नि:शुल्क नामांकन पत्र प्राप्त किया है. लेकिन अंतिम तिथि तक मात्र 23 नामांकन पत्र प्राप्त हुए। अब 5 अप्रैल को नामांकन पत्रों की जांच होगी और 8 को नाम वापसी के बाद स्थिति साफ हो जाएगी कि कितने उम्मीदवार मैदान में होंगे.
बघेल ने बड़ी बात कही थी
हाल ही में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा था कि राजा की आत्मा ईवीएम में है. वहीं छत्तीसगढ़ की राजनांदगांव सीट से कांग्रेस प्रत्याशी और पूर्व सीएम भूपेश बघेल एक कदम आगे बढ़कर नया फॉर्मूला लेकर आए हैं. उन्होंने अपना फॉर्मूला तैयार करते हुए कहा था कि अगर एक सीट पर 375 से ज्यादा उम्मीदवार होंगे तो चुनाव ईवीएम से नहीं बल्कि बैलेट पेपर से होगा.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि चुनाव आयोग की कई वेबसाइटों पर FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न) में इस सवाल का जवाब साफ तौर पर लिखा हुआ है. यदि किसी सीट पर 384 से अधिक उम्मीदवार हैं, तो मतदान की पारंपरिक विधि यानी मतपेटी और मतपत्र का उपयोग किया जाएगा।