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मध्य प्रदेश सरकार किसानों के लिए ५० गुना राहत राशि बढ़ाई – मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान

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हानि का प्रकारवर्ष 2003 से लागू दरवर्तमान में लागू दर
जनहानि50 हजार रूपये प्रति मृतक4 लाख रूपये प्रति मृतक
पशु हानि625 रुपये से 4125 रूपये प्रति पशु4 हजार से 37 हजार 500 रूपये प्रति पशु
मकान क्षति2 हजार रूपये से लेकर 12 हजार रूपये तक4 हजार से लेकर एक लाख 20 हजार रूपये तक प्रति मकान
फसल क्षति1 हजार रूपये प्रति हेक्टे. से 2 हजार रूपये प्रति हेक्टेयर5 हजार रूपये प्रति हेक्टेयर से 32 हजार रूपये प्रति हेक्टेयर
घरेलू सामान क्षति1 हजार रूपये प्रति परिवार5 हजार रूपये प्रति परिवार
सरकार ने बढ़ाई राहत की दरें
  • मध्यप्रदेश में बुरहानपुर जिला केला उत्पादन में अग्रणी जिला है, जिसमें 18 हजार 840 किसानों द्वारा 23 हजार 639 हेक्टेयर में केला फसल की खेती की जाती है।
  •  जिले में केले का कुल उत्पादन लगभग 16 लाख 54 हजार 730 मीट्रिक टन है।
  •  जिले में मुख्य रूप से केला टिश्युकल्चर फसल की जी-9, बसराई, हर्षाली, श्रीमंथी, किस्मों का 30 प्रतिशत एवं 70 प्रतिशत सकर्स (बल्ब) द्वारा रोपण किया जाता है।
  •  जिले में केला फसल की अनुमानित लागत – खेती की तैयारी, टिश्यु कल्चर पौधे, खाद, उर्वरक, कीटनाशक, ड्रिप इरीगेशन से सिंचाई, निदाई-गुड़ाई, अन्य मजदूरी, तुडाई आदि पर केला टिश्यु कल्चर की राशि 3 लाख 19 हजार 262 रूपये प्रति हेक्टेयर तथा केला सकर्स की राशि 2 लाख 80 हजार 844 रूपए प्रति हेक्टेयर कृषकों द्वारा व्यय की जाती है।
  •  जिले में “एक जिला – एक उत्पाद” अंतर्गत केला फसल की प्र-संस्करण इकाइयाँ जैसे केला चिप्स की 28 यूनिट एवं केला पाउडर की एक यूनिट स्थापित करवाई गई है।
  •  पूर्व में जिले से केला फसल के एक्सपोर्ट का कार्य नहीं किया जाता था, लेकिन अब मुख्यमंत्री श्री चौहान की मंशानुसार केला फसल को राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए जिले में उत्पादित केला फसल के एक्सपोर्ट के लिए एक्सपोर्टर एवं कृषकों के बीच बैठक करवाकर एक्सपोर्ट गुणवत्ता का केला उत्पादन का कार्य किया जा रहा है। वर्तमान में बुरहानपुर जिले से लगभग 25 से 30 हजार मीट्रिक टन तक केला प्रतिवर्ष ईराक, ईरान, दुबई, टर्की एवं अन्य देशों में निर्यात किया जा रहा है।
jeet

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