घरेलू अर्थव्यवस्था के अच्छे आंकड़ों से शेयर बाजार में जोश, सेंसेक्स-निफ्टी ऊपर

शेयर बाजार में तेजी, सेंसेक्स-निफ्टी में बढ़त
गुरुवार को भारतीय शेयर बाजार में शुरुआती कारोबार में बढ़त देखने को मिली। आईसीआईसीआई बैंक और रिलायंस इंडस्ट्रीज जैसी दिग्गज कंपनियों में खरीदारी के चलते सेंसेक्स और निफ्टी में उछाल आया। साथ ही, मजबूत घरेलू आर्थिक आंकड़ों और वैश्विक बाजारों के सकारात्मक रुख ने भी बाजार को समर्थन दिया। सुबह के कारोबार में बीएसई सेंसेक्स 192.32 अंकों (0.26%) की बढ़त के साथ 74,222.08 पर पहुंच गया, जबकि एनएसई निफ्टी 21.75 अंक (0.1%) चढ़कर 22,492.25 पर कारोबार कर रहा था। सेंसेक्स के टॉप गेनर्स में टाटा स्टील, बजाज फिनसर्व, आईसीआईसीआई बैंक, बजाज फाइनेंस, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, ज़ोमैटो, भारती एयरटेल, पावरग्रिड, एनटीपीसी और टाइटन शामिल रहे। वहीं, इंडसइंड बैंक, आईटीसी, अल्ट्राटेक सीमेंट, एशियन पेंट्स, टाटा मोटर्स, एक्सिस बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा और नेस्ले इंडिया जैसे शेयरों में गिरावट दर्ज की गई।
बाजार को घरेलू और वैश्विक फैक्टर्स का सपोर्ट
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटेजिस्ट वी. के. विजयकुमार के मुताबिक, “गुरुवार को बाजार घरेलू आर्थिक मजबूती और वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच उतार-चढ़ाव भरा रहेगा। हालांकि, भारतीय अर्थव्यवस्था के मजबूत आंकड़े बाजार को सपोर्ट देंगे।” फरवरी में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) आधारित खुदरा महंगाई दर घटकर सात महीने के निचले स्तर 3.61% पर आ गई, जिसका मुख्य कारण सब्जियों, अंडों और अन्य प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों की कीमतों में गिरावट रहा। इससे भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के पास ब्याज दरों में कटौती का एक और मौका मिल सकता है। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) के आंकड़ों के अनुसार, औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (IIP) में जनवरी 2025 में 5% की वृद्धि दर्ज की गई, जो मुख्य रूप से मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में सुधार की वजह से हुई।
वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच निवेशकों को सतर्क रहने की सलाह
विजयकुमार का कहना है कि ये मजबूत आर्थिक आंकड़े भारतीय शेयर बाजार को मजबूती देने वाले थे, लेकिन वैश्विक परिस्थितियां फिलहाल बाजार के पक्ष में नहीं हैं। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के फैसलों के चलते ट्रेड वॉर और गहरा रहा है, जिससे बाजार पर दबाव बना हुआ है। एशियाई बाजारों में टोक्यो, शंघाई, हांगकांग और सियोल में मिला-जुला रुख देखने को मिला, जबकि अमेरिकी बाजार बुधवार को बढ़त के साथ बंद हुए। “डोनाल्ड ट्रंप द्वारा स्टील के आयात पर 25% टैरिफ लगाने के फैसले के खिलाफ यूरोपीय यूनियन (EU) ने अमेरिका से होने वाले 28 अरब डॉलर के आयात पर जवाबी टैरिफ लगा दिया है, जबकि कनाडा ने भी 20 अरब डॉलर के अमेरिकी निर्यात पर शुल्क लगाया है,” विजयकुमार ने कहा। उन्होंने आगे कहा कि चीन भी जल्द ही इस ट्रेड वॉर में कदम बढ़ा सकता है, जिससे भारतीय बाजार पर दबाव बना रहेगा। निवेशकों को घरेलू उपभोक्ता आधारित सेक्टर पर ध्यान देना चाहिए।
कच्चे तेल के दाम स्थिर, विदेशी निवेशकों की बिकवाली जारी
इस बीच, वैश्विक तेल बाजार में ब्रेंट क्रूड की कीमत 70.97 डॉलर प्रति बैरल के आसपास स्थिर बनी रही।विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने बुधवार को भारतीय बाजार में 1,627.61 करोड़ रुपये की बिकवाली की, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) ने 1,510.35 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। बुधवार को बीएसई सेंसेक्स 72.56 अंक गिरकर 74,029.76 पर बंद हुआ, जबकि एनएसई निफ्टी 27.40 अंक लुढ़ककर 22,470.50 पर आ गया था।