यमुना एक्सप्रेसवे पर भीषण हादसा: घने कोहरे में भिड़ीं 10 गाड़ियां, 13 की दर्दनाक मौत

यमुना एक्सप्रेसवे पर सुबह-सुबह भयानक हादसा: 13 की मौत, 35 घायल- उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में मंगलवार तड़के यमुना एक्सप्रेसवे पर एक भयानक हादसा हुआ, जिसने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया। घने कोहरे की वजह से कई वाहन आपस में टकरा गए और आग लगने से स्थिति और भी भयावह हो गई। इस दर्दनाक घटना में 13 लोगों की जलकर मौत हो गई जबकि 35 लोग घायल हुए। यह हादसा सुबह करीब 4:30 बजे आगरा से नोएडा की ओर जाने वाले मार्ग पर हुआ, जिससे सड़क पर अफरा-तफरी मच गई और लोग मदद के लिए चीखते नजर आए।
कोहरे में कई बसें और वाहन आपस में टकराए- पुलिस के मुताबिक इस हादसे में कम से कम सात बसें और तीन छोटे वाहन शामिल थे। घना कोहरा था, जिससे ड्राइवरों को आगे का रास्ता ठीक से दिख नहीं रहा था। इसी वजह से एक के बाद एक वाहन टकराते गए। टक्कर इतनी जोरदार थी कि कुछ बसों में आग लग गई, जो तेजी से फैल गई। यह हादसा बलदेव थाना क्षेत्र में हुआ, जहां कुछ ही मिनटों में हालात काबू से बाहर हो गए। इस दुर्घटना ने सड़क को खतरनाक बना दिया।
आग में झुलसकर 13 लोगों की मौत- बलदेव थाने की एसएचओ रंजना सचान ने बताया कि इस हादसे में 13 लोगों की मौत जलने के कारण हुई है। मृतकों में प्रयागराज के 44 वर्षीय अखिलेंद्र प्रताप यादव और महाराजगंज के 75 वर्षीय रामपाल शामिल हैं। बाकी मृतकों की पहचान अभी जारी है। हादसे के बाद जले हुए वाहनों के टुकड़े सड़क पर बिखरे थे, जो इस घटना की गंभीरता को दर्शाते हैं। यह हादसा बहुत ही दर्दनाक और भयावह था।
घायल हुए 35 लोगों का अस्पताल में इलाज- हादसे में घायल 35 लोगों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया। इनमें से 15 को जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है, जबकि 9-9 लोगों को बलदेव के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और एक निजी अस्पताल में रखा गया है। दो गंभीर रूप से घायल मरीजों को आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है। पुलिस ने बताया कि फिलहाल किसी की हालत गंभीर नहीं है, जो राहत की बात है। सभी घायलों का इलाज जारी है।
जले हुए वाहनों को हटाकर ट्रैफिक डायवर्ट किया गया- हादसे के बाद यमुना एक्सप्रेसवे पर यातायात पूरी तरह से ठप हो गया। जले हुए बसों और वाहनों को हटाने के लिए क्रेन मंगाई गई। जब तक सड़क साफ नहीं हुई, ट्रैफिक को दूसरे रास्तों से डायवर्ट किया गया। यात्रियों को सरकारी वाहनों के जरिए उनके गंतव्य तक पहुंचाया गया। मथुरा पुलिस ने सोशल मीडिया पर जानकारी देते हुए कहा कि हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जताया दुख और दिया मुआवजे का ऐलान- उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस हादसे पर गहरा दुख जताया। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि यह घटना बेहद दुखद और दिल दहला देने वाली है। मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन को घायलों के बेहतर इलाज के निर्देश दिए हैं। साथ ही मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। यह कदम पीड़ित परिवारों के लिए राहत की उम्मीद लेकर आया है।
कोहरे ने पहले भी ली कई जानें- यह हादसा इसलिए भी चिंताजनक है क्योंकि इससे एक दिन पहले हरियाणा में घने कोहरे के कारण अलग-अलग सड़क हादसों में तीन लोगों की मौत हो चुकी है। नूंह जिले में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर एक CISF इंस्पेक्टर की जान गई, जबकि सोनीपत में गलत दिशा से आ रहे ट्रक से टकराकर एक महिला पुलिस अधिकारी की मौत हुई। ये घटनाएं सड़क सुरक्षा और सावधानी की जरूरत को दोबारा याद दिलाती हैं।
यह हादसा हमें सड़क पर सुरक्षा और सावधानी बरतने की गंभीर जरूरत का एहसास कराता है, खासकर घने कोहरे जैसे मौसम में। यात्रियों और ड्राइवरों को हमेशा सतर्क रहना चाहिए ताकि ऐसी दुखद घटनाएं दोबारा न हों।



