इंडिगो की उड़ानें ठप: 4 दिन से जारी संकट ने भोपाल, इंदौर और जबलपुर की यात्रा पटरी से उतारी

मध्य प्रदेश में इंडिगो उड़ानों का बड़ा संकट: यात्रियों की मुश्किलें बढ़ीं
मध्य प्रदेश में इंडिगो की उड़ानों का हाल बेहाल- पिछले चार दिनों से मध्य प्रदेश में इंडिगो एयरलाइंस की उड़ानों में भारी रद्दीकरण हो रहा है। इंदौर, भोपाल और जबलपुर से कुल 65 से ज्यादा फ्लाइट्स रद्द हो चुकी हैं। सबसे ज्यादा असर इंदौर पर पड़ा है, जहां 44 उड़ानें बंद रहीं। भोपाल से 18 और जबलपुर से 5 उड़ानें रद्द हो गईं, जिससे यात्रियों की योजनाएं पूरी तरह बिगड़ गईं। कई लोग अपनी जरूरी यात्राएं टालने को मजबूर हो गए हैं।
क्रू मेंबर की कमी बनी उड़ान रद्द होने की बड़ी वजह- इंडिगो एयरलाइंस को देशभर में क्रू मेंबर की भारी कमी का सामना करना पड़ रहा है। इसी वजह से पिछले चार दिनों में 500 से ज्यादा उड़ानें रद्द करनी पड़ी हैं। यह समस्या सिर्फ मध्य प्रदेश तक सीमित नहीं है, बल्कि दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, पुणे और हैदराबाद जैसे बड़े शहरों में भी इसका असर दिख रहा है। एयरलाइन की शेड्यूलिंग लगातार प्रभावित हो रही है, जिससे यात्रियों को काफी परेशानी हो रही है।
इंदौर, भोपाल और जबलपुर में सबसे ज्यादा उड़ानें रद्द- इंदौर में शुक्रवार को 26 आउटगोइंग और 18 से ज्यादा इनकमिंग फ्लाइट्स रद्द हो गईं। भोपाल में 18 उड़ानें बंद होने से यात्रियों को खासा नुकसान हुआ। जबलपुर में 6 में से 5 उड़ानें रद्द हो गईं। हजारों लोग एयरपोर्ट पर घंटों फंसे रहे, कुछ यात्रियों को अपनी फ्लाइट के लिए 24 घंटे से ज्यादा इंतजार करना पड़ा। कई यात्रियों की फ्लाइट लगातार दूसरी या तीसरी बार कैंसिल हो चुकी है।
यात्रियों का गुस्सा सोशल मीडिया पर उफान पर- लगातार उड़ानें रद्द होने से यात्रियों में भारी नाराजगी है। सोशल मीडिया पर लोग अपनी परेशानियां और अनुभव खुलकर साझा कर रहे हैं। कई यात्रियों का कहना है कि उन्हें एयरलाइन की तरफ से न तो सही जानकारी मिल रही है और न ही वैकल्पिक व्यवस्था का भरोसा। इंडिगो की ओर से अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है कि यह संकट कब तक खत्म होगा।
यात्रियों को दी गई जरूरी सलाह- एयरलाइन ने यात्रियों को सलाह दी है कि वे अपनी यात्रा से पहले फ्लाइट स्टेटस जरूर चेक करें। साथ ही वैकल्पिक यात्रा योजनाएं तैयार रखें क्योंकि फिलहाल स्थिति कब सामान्य होगी, यह साफ नहीं है। यात्रियों को धैर्य और सतर्कता के साथ अपनी यात्रा की योजना बनानी होगी ताकि वे इस संकट का सामना बेहतर तरीके से कर सकें।



