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ब्लूस्टोन ज्वेलरी के शेयर लिस्टिंग पर दिखा उतार-चढ़ाव, निवेशकों की उम्मीदें अभी भी बरकरार

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ब्लूस्टोन की शेयर बाज़ार में धमाकेदार एंट्री: क्या है निवेशकों की उम्मीदें और हकीकत?

शुरुआती उतार-चढ़ाव के बाद मजबूती: निवेशकों को मिली राहत-मंगलवार का दिन ब्लूस्टोन ज्वेलरी एंड लाइफस्टाइल लिमिटेड के लिए शेयर बाज़ार में एक अहम दिन था। कंपनी के शेयर पहली बार बाज़ार में उतरे, लेकिन शुरुआत में थोड़ी मायूसी छाई रही। दरअसल, कंपनी ने अपने शेयर की कीमत ₹517 तय की थी, मगर जब बीएसई पर ट्रेडिंग शुरू हुई तो यह ₹508.80 पर खुला, जो कि इश्यू प्राइस से लगभग 1.58% कम था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर भी कुछ ऐसा ही हाल देखने को मिला, जहाँ शेयर ₹510 पर लिस्ट हुआ। लेकिन, घबराने की बात नहीं थी! शुरुआती गिरावट के तुरंत बाद ही शेयर ने वापसी की और 3% से ज़्यादा की बढ़त के साथ ₹533.25 तक पहुँच गया। यह दिखाता है कि भले ही शुरुआत थोड़ी धीमी रही हो, पर बाज़ार में अभी भी ब्लूस्टोन को लेकर काफी भरोसा है और निवेशक कंपनी के भविष्य को लेकर सकारात्मक हैं। इस रिकवरी ने कई निवेशकों को राहत दी है और यह संकेत दिया है कि कंपनी में दम है।

आईपीओ को मिला ज़बरदस्त प्यार: 2.7 गुना सब्सक्रिप्शन का आंकड़ा-पिछले हफ़्ते जब ब्लूस्टोन का इनिशियल पब्लिक ऑफर (आईपीओ) बंद हुआ, तो निवेशकों की तरफ़ से इसे ज़बरदस्त प्रतिक्रिया मिली। ₹492 से ₹517 के प्राइस बैंड में पेश किए गए इस आईपीओ का कुल मूल्य ₹1,540.65 करोड़ था। इसमें कंपनी ने ₹820 करोड़ के नए शेयर जारी किए और ₹720.65 करोड़ के शेयर मौजूदा शेयरधारकों द्वारा बेचे गए (ऑफर फॉर सेल)। यह आईपीओ कुल मिलाकर 2.7 गुना सब्सक्राइब हुआ, जो यह बताता है कि बाज़ार में ब्लूस्टोन के प्रति कितना विश्वास है। सबसे खास बात यह रही कि सिर्फ़ आम निवेशकों (रिटेल इन्वेस्टर्स) ने ही नहीं, बल्कि बड़े संस्थागत निवेशकों (इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स) ने भी इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। यह दर्शाता है कि कंपनी की भविष्य की योजनाओं और विकास की संभावनाओं पर बाज़ार का भरोसा गहरा है।

लिस्टिंग के बाद मार्केट कैप और निवेशकों की उम्मीदों का आसमान-जिस दिन ब्लूस्टोन के शेयर बाज़ार में लिस्ट हुए, उसी दिन कंपनी का मार्केट वैल्यूएशन यानी बाज़ार पूंजीकरण ₹8,024.52 करोड़ के आंकड़े तक पहुँच गया। शेयर की कीमत में शुरुआती गिरावट के बाद जो तेज़ी आई, उससे निवेशकों में यह उम्मीद जगी है कि आने वाले समय में कंपनी का प्रदर्शन और भी बेहतर होगा। शेयर बाज़ार के जानकारों का मानना है कि जिस तरह से ज्वेलरी रिटेल का क्षेत्र लगातार बढ़ रहा है, ब्लूस्टोन जैसी कंपनियाँ इस ट्रेंड का पूरा फ़ायदा उठा सकती हैं। हालाँकि, यह भी ज़रूरी है कि निवेशक इस बात का ध्यान रखें कि किसी भी नए लिस्ट हुए शेयर में शुरुआत में थोड़ा उतार-चढ़ाव आना सामान्य बात है। इसलिए, लंबी अवधि के नज़रिए से निवेश करना ही समझदारी होगी, ताकि आप कंपनी के विकास का पूरा लाभ उठा सकें।

ब्लूस्टोन का सफ़र: 2011 से आज तक का एक शानदार सफर-ब्लूस्टोन ब्रांड की कहानी साल 2011 में बेंगलुरु से शुरू हुई थी, और आज यह भारत के ज्वेलरी बाज़ार में एक जाना-माना नाम बन चुका है। पिछले कुछ सालों में, कंपनी ने अपनी पहुँच को काफी बढ़ाया है और एक बड़ा रिटेल स्टोर नेटवर्क तैयार किया है। आज ब्लूस्टोन के स्टोर भारत के 26 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 117 शहरों में फैले हुए हैं, जिनकी संख्या 275 से भी ज़्यादा है। सिर्फ़ फिजिकल स्टोर्स ही नहीं, बल्कि कंपनी का ऑनलाइन बिज़नेस भी काफ़ी मज़बूत है। यह ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म देश भर में 12,600 से ज़्यादा पिन कोड्स तक अपनी सेवाएँ पहुँचाता है, जो इसकी व्यापक पहुँच को दर्शाता है। यह सब कंपनी की मेहनत और ग्राहकों को बेहतर अनुभव देने की प्रतिबद्धता का नतीजा है।

मज़बूत मैन्युफैक्चरिंग और बिज़नेस की ताकत: ब्लूस्टोन का भविष्य-ब्लूस्टोन सिर्फ अपने बड़े रिटेल नेटवर्क के लिए ही नहीं जाना जाता, बल्कि अपनी मैन्युफैक्चरिंग क्षमता को लेकर भी काफ़ी सक्रिय है। कंपनी के पास मुंबई, जयपुर और सूरत जैसे शहरों में तीन बड़े मैन्युफैक्चरिंग प्लांट हैं। इन प्लांट्स में आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करके उच्च गुणवत्ता वाले और आकर्षक डिज़ाइन वाले गहने तैयार किए जाते हैं। यही कारण है कि ब्लूस्टोन अपने ग्राहकों को न केवल बेहतरीन डिज़ाइन, बल्कि क्वालिटी का भरोसा भी दे पाता है। कंपनी आईपीओ से जुटाई गई राशि का एक बड़ा हिस्सा अपने वर्किंग कैपिटल को मज़बूत करने और अपने बिज़नेस का और विस्तार करने में इस्तेमाल करेगी। इससे यह उम्मीद की जा सकती है कि आने वाले समय में कंपनी का नेटवर्क और भी मज़बूत होगा और यह बाज़ार में अपनी स्थिति और बेहतर बनाएगी।

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