IREDA ने परपेचुअल बॉन्ड के जरिए 1,247 करोड़ रुपये जुटाने की घोषणा

IREDA ने पहली बार जारी किए परपेचुअल बॉन्ड, 1,247 करोड़ रुपये जुटाने की योजना
सरकारी स्वामित्व वाली इंडियन रिन्युएबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी लिमिटेड (IREDA) ने अपनी पूंजी बढ़ाने के लिए पहली बार परपेचुअल बॉन्ड जारी किए हैं। इस इश्यू के जरिए कंपनी 1,247 करोड़ रुपये जुटा रही है। परपेचुअल बॉन्ड क्यों जारी किए गए? IREDA ने बताया कि इन बॉन्ड्स को जारी करने का मकसद टियर-1 कैपिटल को मजबूत करना है, ताकि भारत में ग्रीन एनर्जी प्रोजेक्ट्स को तेजी से बढ़ावा दिया जा सके। इससे कंपनी की वित्तीय स्थिति मजबूत होगी और देश में अक्षय ऊर्जा के विकास को और रफ्तार मिलेगी। ये बॉन्ड 8.40% की वार्षिक ब्याज दर पर जारी किए गए हैं। कंपनी ने इसे अपने लिए एक बड़ी उपलब्धि बताया है। इससे पूंजी संरचना को बेहतर करने में मदद मिलेगी और मौजूदा बाजार की अनुकूल परिस्थितियों का फायदा उठाया जा सकेगा। IREDA के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर प्रदीप कुमार दास ने कहा,
“परपेचुअल बॉन्ड्स से हमारी पूंजी आधार मजबूत होगी, जिससे हम ज्यादा से ज्यादा ग्रीन एनर्जी प्रोजेक्ट्स को फंड कर सकेंगे। इससे भारत के क्लीन एनर्जी सेक्टर को मजबूती मिलेगी और सतत विकास की ओर देश तेजी से आगे बढ़ेगा।”
आयकर विभाग से IREDA को 24.48 करोड़ रुपये की वापसी
इसके अलावा, IREDA को आयकर विभाग से 24.48 करोड़ रुपये की राशि वापस मिली है। यह राशि 2011-12 के असेसमेंट ईयर में हुए कुछ कर विवादों पर आयकर आयुक्त (अपील) द्वारा दिए गए राहत के तहत आई है। कंपनी ने बताया कि करीब 195 करोड़ रुपये की अतिरिक्त कर वापसी की प्रक्रिया चल रही है, जो 2010-11, 2012-13, 2013-14 और 2015-16 से 2018-19 के असेसमेंट ईयर्स के लिए मंजूर की गई है, लेकिन अभी प्राप्त नहीं हुई है।