भगवान श्रीकृष्ण ने धर्म के मार्ग पर चलने का दिया संदेश: मुख्यमंत्री डॉ. यादव
पन्ना के श्री जुगल किशोर मंदिर में जन्माष्टमी पर्व की पूर्व संध्या पर श्री कृष्ण पर्व का हर्षोल्लास के साथ हुआ आयोजन
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि भगवान श्रीकृष्ण ने हमे धर्म के मार्ग पर चलने का संदेश दिया है। भगवान श्रीकृष्ण ने 11 साल की उम्र में शिक्षा का महत्व बतलाया और कर्म के आधार पर शिक्षा का पाठ भी पढ़ाया है। हमारा सनातन धर्म अदभुत है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव जन्माष्टमी पर्व की पूर्व संध्या पर पन्ना के श्री जुगल किशोर मंदिर परिसर में संस्कृति विभाग के श्री कृष्ण पर्व के कार्यक्रम में शामिल हुए और भगवान श्री जुगल किशोर के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किया। उन्होंने प्रदेश की जनता के सुख, समृद्धि एवं खुशहाली की कामना भी की। साथ ही मंदिर परिसर में भगवान श्री कृष्ण के जीवन प्रसंग से जुड़े प्रसंगों का बाल कलाकारों द्वारा प्रदर्शित झांकी का अवलोकन भी किया।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि आमजन जन्माष्टमी उत्सव आनंद और उल्लास के साथ मनाएं और श्रीकृष्ण भगवान के जीवन का स्मरण करें। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में धार्मिक स्थलों का विकास कर नया स्वरूप दिया जा रहा है। साथ ही बेहतर शिक्षा के लिए नवीन शिक्षा नीति लागू की गई है। देश में सबसे पहले मध्यप्रदेश में इस नीति को लागू किया गया है। नई शिक्षा नीति में धार्मिक शिक्षा पर भी जोर दिया गया है। इससे निश्चित ही सत्य के मार्ग पर चलने की प्रेरणा मिलती है। पाठ्यक्रम में श्रीराम, श्रीकृष्ण के पाठ को भी शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि पन्ना के सर्वांगीण विकास के लिए हरसंभव मदद की जाएगी। छतरपुर में गत दिवस हुए घटनाक्रम का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि कानून का पालन करना सबके लिए बराबर है। किसी भी हालत में कानून तोड़ने वालों को बख्शा नहीं जाएगा और ऐसे लोगों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने पन्ना की धरती को रत्नगर्भा बताया। साथ ही कहा कि बुन्देलखण्ड वीरता का परिचायक है। उन्होंने धार्मिक नगरी पन्ना के मंदिरों के ऐतिहासिक महत्व का वर्णन करते हुए भगवान श्री कृष्ण के विभिन्न प्रसंगों का उल्लेख किया। मध्यप्रदेश के प्रत्येक नगरीय निकायों में गीता भवन की स्थापना की बात भी कही। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश सहित पन्ना जिले में भगवान राम के आगमन से जुड़े स्थलों को विकसित करने के साथ ही श्रीकृष्ण से जुड़े स्थलों को भी तीर्थ के रूप में विकसित किया जाएगा। सभी उपस्थितजनों को जन्माष्टमी और हरछठ पर्व की शुभकामनाएं दीं। मुख्यमंत्री ने भगवान श्री बल्देव जी के दर्शन भी किए। इस मौके पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव का अतिथियों द्वारा जुगल किशोर का चित्र और श्री बल्दाऊ जी का हल एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर आत्मीय स्वागत किया गया। साथ ही बुन्देलखण्ड की पगड़ी भी पहनाई गई। लाड़ली बहनों ने रक्षा सूत्र की टोकरी भेंट कर मुख्यमंत्री का स्वागत किया। श्रीकृष्ण पर्व के दो दिवसीय कार्यक्रम का मुख्यमंत्री ने दीप प्रज्ज्वलन कर शुभारंभ किया। इस अवसर पर कलाकारों द्वारा आकर्षक नृत्य एवं लोक गायन की प्रस्तुति दी गई। कलाकारों को सम्मान भी किया गया।
कार्यक्रम में सांसद श्री विष्णुदत्त शर्मा सहित पशुपालन एवं डेयरी विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री लखन पटेल, वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री श्री दिलीप अहिरवार, विधायकगण श्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह, प्रहलाद सिंह लोधी, डॉ. राजेश वर्मा, श्रीमती ललिता यादव एवं श्री अरविन्द पटेरिया सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारीगण भी उपस्थित रहे।