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नीतीश कुमार: बिहार के सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाले मुख्यमंत्री

बिहार में वर्तमान में 27 मंत्री हैं, जिसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी शामिल हैं।

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बिहार की राजनीति में यदि किसी नेता ने स्थायी छाप छोड़ी है, तो वह हैं नीतीश कुमार—जो अब तक 10 बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ले चुके हैं। दो दशकों से अधिक के अपने राजनीतिक करियर में वे कई मोड़, उतार-चढ़ाव और गठबंधनों के कारण सुर्खियों में रहे हैं। जहाँ उनके समर्थक उन्हें “सुशासन बाबू” के नाम से पुकारते हैं, वहीं आलोचक अक्सर उनके बार-बार बदलते राजनीतिक समीकरणों के चलते उन्हें “पलटू राम” कहकर निशाना साधते हैं।

इन विवादों और आरोपों-प्रत्यारोपों के बीच भी एक तथ्य निर्विवाद है—नीतीश कुमार आधुनिक बिहार की राजनीति के सबसे प्रभावशाली चेहरों में से एक हैं।

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बिहार में वर्तमान में 27 मंत्री हैं, जिसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी शामिल हैं। 
20 नवंबर, 2025 को, नीतीश कुमार के रिकॉर्ड 10वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद, उनके साथ 26 अन्य कैबिनेट मंत्रियों ने भी शपथ ली। 
मंत्रिपरिषद में शामिल दलों का विवरण इस प्रकार है:
  • भारतीय जनता पार्टी (BJP): 14 मंत्री
  • जनता दल यूनाइटेड (JD(U)): 8 मंत्री
  • लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) (LJP(RV)): 2 मंत्री
  • हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) (HAM(S)): 1 मंत्री
  • राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM): 1 मंत्री 
संविधान के अनुसार, बिहार में मंत्रियों की अधिकतम संख्या 36 हो सकती है (243 विधानसभा सीटों का 15%)। वर्तमान में, यह संख्या 27 है।

बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में नीतीश कुमार का कार्यकाल: एक विस्तृत समयरेखा

नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री कार्यकाल में लंबे स्थिर शासन से लेकर बेहद छोटे राजनीतिक एपिसोड तक सब शामिल हैं। नीचे उनकी सभी शपथ ग्रहण तिथियों, गठबंधन साझेदारों और प्रमुख घटनाओं का कालानुक्रमिक विवरण दिया गया है:


1. पहला कार्यकाल (3 मार्च 2000 – 10 मार्च 2000)

  • गठबंधन: BJP-NDA

  • विशेष: यह कार्यकाल सिर्फ 7 दिन चला। बहुमत नहीं मिलने पर उन्हें इस्तीफा देना पड़ा।


2. दूसरा कार्यकाल (24 नवंबर 2005 – 20 मई 2014)

  • गठबंधन: BJP-NDA

  • विशेष: यह उनका पहला पूर्ण और सबसे लंबा कार्यकाल था। कानून-व्यवस्था में सुधार, अधोसंरचना विकास और प्रशासनिक सुधार इस अवधि की प्रमुख पहचान रहे।


3. तीसरा कार्यकाल (20 मई 2014 – 22 फरवरी 2015)

  • गठबंधन: JD(U)

  • विशेष: 2014 लोकसभा चुनावों में JD(U) के खराब प्रदर्शन की जिम्मेदारी लेते हुए उन्होंने इस्तीफा दे दिया। इसके बाद जीतन राम मांझी को मुख्यमंत्री बनाया गया।


4. चौथा कार्यकाल (22 फरवरी 2015 – 20 नवंबर 2015)

  • गठबंधन: JD(U)

  • विशेष: जीतन राम मांझी के साथ राजनीतिक टकराव के बाद नीतीश कुमार ने फिर से मुख्यमंत्री पद संभाला।


5. पाँचवाँ कार्यकाल (20 नवंबर 2015 – 26 जुलाई 2017)

  • गठबंधन: महागठबंधन (RJD + कांग्रेस + JD(U))

  • विशेष: 2015 विधानसभा चुनावों की संयुक्त जीत के बाद महागठबंधन की सरकार बनी।


6. छठा कार्यकाल (27 जुलाई 2017 – 9 अगस्त 2022)

  • गठबंधन: BJP-NDA

  • विशेष: भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से विवाद के बाद उन्होंने महागठबंधन छोड़ा और अगली ही सुबह NDA में वापस लौट आए।


7. सातवाँ कार्यकाल (10 अगस्त 2022 – 28 जनवरी 2024)

  • गठबंधन: महागठबंधन (RJD + कांग्रेस + अन्य)

  • विशेष: एक बार फिर उन्होंने NDA छोड़ा और RJD-कांग्रेस गठबंधन में शामिल होकर नई सरकार बनाई।


8. आठवाँ कार्यकाल (28 जनवरी 2024 – 20 नवंबर 2025)

  • गठबंधन: BJP-NDA

  • विशेष: महागठबंधन से अलग होकर पुनः NDA का दामन थामा और सरकार बनाई।


9. नवाँ एवं दसवाँ कार्यकाल (20 नवंबर 2025 – वर्तमान)

  • गठबंधन: BJP-NDA

  • विशेष: 2025 बिहार विधानसभा चुनावों में NDA की जीत के बाद नीतीश कुमार ने लगातार 10वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली—यह बिहार के इतिहास में एक रिकॉर्ड है।

 

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