पाकिस्तान की फर्जी फोटो पर ओवैसी का तंज: बोले – ‘नकल के लिए भी अक्ल चाहिए’, भारत को बताया मुसलमानों का सच्चा देश

ओवैसी का पाकिस्तान को करारा जवाब: झूठी तस्वीरों का पर्दाफाश- यह लेख असदुद्दीन ओवैसी के पाकिस्तान की उस हरकत पर तीखे हमले के बारे में है, जिसमें पाकिस्तान ने एक पुरानी चीनी सेना की तस्वीर को अपने ‘ऑपरेशन बनयान’ का बताकर भारत पर जीत का झूठा दावा किया।
पाकिस्तानी ‘ऑपरेशन बनयान’ का भंडाफोड़- पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और सेना प्रमुख असीम मुनीर ने एक पुरानी तस्वीर को ‘ऑपरेशन बनयान’ का बताकर भारत पर जीत का दावा किया। यह तस्वीर असल में 2019 की चीनी सेना की एक ड्रिल की तस्वीर थी। ओवैसी ने इस हरकत को ‘जोकरों वाली हरकत’ बताया और कहा कि पाकिस्तान को कोई भी गंभीरता से नहीं लेता। उन्होंने पाकिस्तान की इस नकलची और बेवकूफी भरी हरकत पर तंज कसा और कहा कि पाकिस्तान को गंभीरता से लेना ही नहीं चाहिए क्योंकि वो खुद ही अपनी बेइज्जती कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर इस तस्वीर के वायरल होने के बाद पाकिस्तान की खूब किरकिरी हुई।
ओवैसी की पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी- ओवैसी ने पाकिस्तान को FATF की ग्रे लिस्ट में वापस डालने की मांग की। उनका कहना है कि पाकिस्तान को जो भी अंतरराष्ट्रीय कर्ज मिलता है, वह सेना और आतंकवादी संगठनों पर खर्च हो जाता है। उन्होंने IMF के 2 अरब डॉलर के लोन पर भी सवाल उठाए और कहा कि इसका इस्तेमाल आतंकवादियों को समर्थन देने में हो सकता है। ओवैसी ने अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं से पाकिस्तान के आर्थिक स्रोतों की जांच करने की अपील की।
भारतीय मुसलमानों की ईमानदारी पर ओवैसी का जोर- कुवैत में भारतीय मुसलमानों से बात करते हुए ओवैसी ने कहा कि पाकिस्तान मुस्लिम देश होने का ढोंग करके अपनी नाकामियों को छिपाने की कोशिश करता है। लेकिन सच्चाई यह है कि भारत में मुसलमानों की आबादी कहीं ज्यादा है और वे ज्यादा ईमानदार, मेहनती और देशभक्त हैं। ओवैसी ने साफ शब्दों में कहा कि इस्लाम का इस्तेमाल करके पाकिस्तान अपनी नाकामियों को नहीं छिपा सकता और धर्म की आड़ में झूठ फैलाना पाकिस्तान की पुरानी आदत है।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान की बौखलाहट- यह घटना भारत के ऑपरेशन सिंदूर के बाद हुई है, जिसमें पीओके में आतंकवादियों के 9 ठिकानों को नष्ट कर दिया गया था। यह कार्रवाई 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में की गई थी। ओवैसी का मानना है कि पाकिस्तान इस कार्रवाई से घबरा गया और अपनी छवि बचाने के लिए फर्जी तस्वीर का सहारा लिया।



