पीएम मोदी कज़ान पहुंचे: प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी आज रूस के कज़ान में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए पहुँच चुके हैं। इस दौरान पीएम मोदी के ब्रिक्स सदस्य देशों के साथ द्विपक्षीय बैठकें करने की संभावना है।
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, पीएम नरेंद्र मोदी रूस के कज़ान पहुंच गए हैं। वे यहां रूस की अध्यक्षता में आयोजित
16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने आए हैं। प्रधानमंत्री के अन्य ब्रिक्स सदस्य देशों के नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें करने की भी उम्मीद है।
राष्ट्रपति पुतिन और जिनपिंग के साथ द्विपक्षीय बैठकें
रूस में हो रही इस शिखर सम्मेलन को यूक्रेन में चल रहे संघर्ष और पश्चिम एशिया में बिगड़ते हालात के बीच गैर-पश्चिमी देशों द्वारा अपनी ताकत दिखाने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है। जानकारी के अनुसार, पीएम मोदी ब्रिक्स सम्मेलन के अलावा रूस के राष्ट्रपति
व्लादिमीर पुतिन और चीन के राष्ट्रपति
शी जिनपिंग के साथ कई द्विपक्षीय बैठकें करेंगे।
चीन के साथ सीमा विवाद सुलझाने की पहल
कहा जा रहा है कि ब्रिक्स सम्मेलन से पहले
भारत और
चीन के बीच सहमति बनी है। 2020 से चल रहे सीमा विवाद को सुलझाने के लिए पहल की गई है। पूर्वी लद्दाख में दोनों देशों के बीच 52 महीनों से चल रहे सीमा तनाव को कम करने की दिशा में कदम उठाए गए हैं। दोनों देशों के बीच सैन्य और कूटनीतिक स्तर पर हुई चर्चा के बाद वास्तविक नियंत्रण रेखा पर गश्त और सैन्य तनाव घटाने पर सहमति बनी है।
इन मुद्दों पर करेंगे चर्चा
यह सम्मेलन पिछले साल
जोहानिसबर्ग में हुए शिखर सम्मेलन के बाद समूह का पहला शिखर सम्मेलन है। पीएम मोदी ने यात्रा पर निकलने से पहले कहा, “भारत ब्रिक्स के भीतर करीबी सहयोग को महत्व देता है, जो वैश्विक विकासात्मक एजेंडा, बहुपक्षवाद, जलवायु परिवर्तन, आर्थिक सहयोग, लचीली आपूर्ति श्रृंखलाओं का निर्माण, सांस्कृतिक और लोगों को आपस में जोड़ने से जुड़े मुद्दों पर बातचीत और चर्चा के लिए एक महत्वपूर्ण मंच बन गया है।”पीएम मोदी ने यह भी कहा कि कज़ान की उनकी यात्रा भारत और रूस के बीच “विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी” को और मजबूत करेगी।बाद में उन्होंने
एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए रूस के कज़ान जा रहा हूं। भारत ब्रिक्स को बहुत महत्व देता है और मैं विभिन्न विषयों पर व्यापक विचार-विमर्श की उम्मीद करता हूं।”
कज़ान यात्रा से रणनीतिक साझेदारी को मजबूती
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी ने
जुलाई में
मॉस्को की यात्रा की थी और इस दौरान उन्होंने राष्ट्रपति पुतिन के साथ शिखर वार्ता की थी। पीएम मोदी ने कहा था, “जुलाई 2024 में मॉस्को में आयोजित वार्षिक शिखर सम्मेलन के आधार पर कज़ान की मेरी यात्रा भारत और रूस के बीच विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करेगी।”