सतीश कुमार माली हत्याकांड: भीनमाल निवासी सतीश की हत्या के बाद उसका परिवार सदमे में है और परिजन शव को भारत लाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं। फिलहाल वीजा की समस्या है, जिसके चलते सांसद लुम्बाराम उनकी मदद के लिए आगे आए हैं।
राजस्थान के जालोर के भीनमाल निवासी सतीश कुमार माली का चीन में अपहरण कर लिया गया और अपहरणकर्ताओं ने परिवार से दस लाख रुपए की फिरौती मांगी। पैसे नहीं मिलने पर अपहरणकर्ताओं ने युवक को चार मंजिला इमारत से नीचे फेंक दिया, जिसमें सतीश की मौके पर ही मौत हो गई। परिवार को युवक के बिजनेस पार्टनर पर अपहरण और हत्या का शक है। भीनमाल में रहने वाले नरसाराम माली का बेटा सतीश बीपीएल (गरीबी रेखा से नीचे) परिवार से था। 21 जून को सतीश का चीन में कुछ लोगों ने अपहरण कर लिया और परिवार से व्हाट्सएप के जरिए दस लाख रुपए की फिरौती मांगी गई। यह रकम हवाला के जरिए मुंबई के एक बिजनेसमैन को ट्रांसफर करने को कहा गया। जब परिवार पैसे का इंतजाम नहीं कर पाया तो आरोपियों ने सतीश को चार मंजिला इमारत से फेंककर मार डाला।
सांसद ने मदद के लिए हाथ बढ़ाया
अब परिवार सतीश का शव भारत लाना चाहता है। हालांकि, वीजा की दिक्कतों के कारण उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में जालोर सांसद लुम्बाराम इस परिवार की मदद के लिए आगे आए। उन्होंने 26 जून को विदेश सचिव एस जयशंकर को पत्र लिखकर परिवार के लिए वीजा दिलाने और सतीश का शव भारत लाने में मदद मांगी। सांसद आज परिवार के साथ केंद्रीय मंत्री से भी मिलेंगे। इसके साथ ही उन्होंने भारत स्थित चीनी दूतावास से संपर्क कर सतीश का शव जल्द भारत लाने और परिवार को न्याय दिलाने की मांग की।
चीन से सामान लाकर बेचने का काम करता था सतीश
परिवार के लोगों ने बताया कि सतीश परिवार की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए मुंबई में काम करता था। वहां एक दोस्त ने उसे चीन से मोबाइल पार्ट्स लाकर भारत में बेचने का आइडिया दिया। इस काम में अच्छा मुनाफा हुआ तो सतीश राजी हो गया और दो साल पहले चीन के ग्वांगझू पहुंचा। वहां से वह मोबाइल पार्ट्स भारत ले जाकर महीने में कम से कम एक बार बेचने लगा। इस दौरान वह 15 से 20 दिन चीन में भी रहा। सब कुछ ठीक चल रहा था। लेकिन 21 जून की रात करीब 11 बजे अपहरणकर्ताओं ने सतीश के फोन से सूरत में रहने वाले उसके दोस्त कल्पेश कुमार प्रजापति को वॉट्सऐप कॉल किया। अपहरणकर्ता ने कल्पेश से कहा कि उन्होंने सतीश का अपहरण कर लिया है। अगर तुम उसे लाइव देखना चाहते हो तो तुम्हें 10 लाख रुपए देने होंगे। इसके बाद कल्पेश ने सतीश के भाई हितेश को फोन करके पूरी बात बताई।